नयी दिल्लीः दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने मंगलवार शाम सभी 70 सीट पर अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी और इसी के साथ पार्टी के अंदर विद्रोह शुरू हो गया. आप की सूची में 15 मौजूदा विधायकों का टिकट नहीं दिया गया है. इस बात से नाराज बदरपुर विधानसभा सीट से आप के मौजूदा विधायक एन डी शर्मा ने इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने पार्टी पर उम्मीदवारों को टिकट बेचने का आरोप लगाया.
इस सीट से राम सिंह नेताजी को आप ने अपना उम्मीदवार बनाया है. दो बार के विधायक राम सिंह नेताजी को आप में शामिल किये जाने से वह नाराज चल रहे थे. एन डी शर्मा ने मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद उन्होंने प्रेसवार्ता कर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर कई आरोप लगाते हुए निशाना साधा.
उऩ्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया ने मुझे अपने घर पर बुलाया और कहा कि तुम्हारी सीट से राम सिंह को टिकट चाहिए और वो 20-21 करोड़ रुपये देने को तैयार है. सिसोदिया ने मुझसे 10 करोड़ रुपये मांगे. जिसके बाद मैं उनके इस ऑफर को ठुकराकर वहां से निकल गया. मैंने इस्तीफा दे दिया और अब मैं निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ूंगा. नेताजी को आप में शामिल किये जाने को लेकर शर्मा विरोध जताने के लिए सोमवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास पर धरने पर बैठ गये थे.
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने मंगलवार रात अपने सभी 70 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी. आम आदमी पार्टी की लिस्ट में पांच ऐसे उम्मीदवार हैं जिन्होंने टिकट की घोषणा होने से महज एक दिन पहले ही पार्टी ज्वाइन की थी. आम आदमी पार्टी ने ऐसे जिन पांच उम्मीदवारों पर दांव लगाया है .
उनमें कांग्रेस के दिग्गज नेता महाबल मिश्र के बेटे विनय मिश्र और दो बार के पूर्व विधायक राम सिंह नेता जी शामिल हैं.द्वारका सीट से आदमी पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पोते आदर्श शास्त्री का टिकट काट दिया है. द्वारका सीट पर विनय मिश्र को उम्मीदवार बनाया गया है. 2015 में आदर्श शास्त्री इस सीट पर जीत दर्ज करने में कामयाब रहे थे. दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए नॉमिनेशन दाखिल करने की आखिरी तारीख 21 जनवरी है. दिल्ली में 8 फरवरी को मतदान होना है और नतीजों की घोषणा 11 फरवरी को होगी.