केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने आज विज्ञान, गणित और अंग्रेजी के लिए योग्यता आधारित मूल्यांकन ढांचे की घोषणा की है. मूल्यांकन ढांचा कक्षा 6 से 10 के छात्रों के लिए भारत की मौजूदा स्कूल शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने और सीखने के समग्र परिणामों में सुधार करना चाहता है. ब्रिटिश काउंसिल ने अल्फाप्लस के साथ-साथ यूके के ज्ञान साझेदार ने भारतीय विद्यालयों में वर्तमान शिक्षण और मूल्यांकन मॉडल के व्यापक अनुसंधान और विश्लेषण के बाद इस रूपरेखा को डिजाइन और विकसित किया है.

केंद्रीय शिक्षा मंत्री द्वारा शुरू की गई सीबीएसई मूल्यांकन रूपरेखा का उद्देश्य विज्ञान, गणित और अंग्रेजी पाठों के स्तर में सुधार करना है जो कक्षा 6 से 10 में पढ़ाए जाते हैं. इस रूपरेखा को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी 2020) के अनुसार पेश किया गया है, जो उच्च-क्रम सोच कौशल, महत्वपूर्ण सोच और विश्लेषण का उपयोग कर छात्रों को पढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेगी. छात्रों को उनकी अवधारणाओं को स्पष्ट करने में मदद करने पर भी ध्यान दिया जाएगा.

यह असेसमेंट फ्रेमवर्क एनसीईआरटी और सीबीएसई पाठ्यक्रम के अनुसार तैयार किया गया है. इसका उद्देश्य कक्षा छठवीं से दसवीं तक पढ़ाए जाने वाले अंग्रेजी, विज्ञान और गणित विषयों के स्तर में सुधार लाना है. वहीं सीबीएसई के कॉम्पिटेंसी बेस्ड एजुकेशन प्रोजेक्ट का मकसद छात्रों के अंदर क्रिएटिव थिंकिंग, क्रिटिकल थिंकिंग, प्रॉब्लम सॉल्विंग, सेल्फ अवेयरनेस, एम्पैथी, डिसीजन मेकिंग, इफेक्टिव कम्युनिकेशन, इंटरपर्सनल रिलेशनशिप, कोपिंग विथ स्ट्रेस और कोपिंग विथ इमोशंस जैसे 10 लाइफ स्किल्स का विकास करना है.

ब्रिटिश काउंसिल के साथ सीबीएसई की यह योग्यता आधारित शिक्षा परियोजना छात्रों के कौशल और व्यावहारिक ज्ञान को विकसित करने पर केंद्रित है. नई सीबीएसई प्रणाली कक्षाओं के अंदर छात्रों को दिए गए नियमित पाठ्यपुस्तक ज्ञान के साथ काम करेगी। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड 4 मई से 7 जून, 2021 तक सीबीएसई कक्षा 10 की परीक्षाएं शुरू करने के लिए तैयार है, और कक्षा 12 की परीक्षाएं 4 मई से 11 जून, 2021 तक शुरू होंगी.

Posted By: Shaurya Punj