सोशल मीडिया में इस समय तेजी से एक खबर वायरल (viral message) हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि नये साल से सरकारी कर्मचारियों (government employees) का वेतन कम होगा. इसके पीछे श्रम कानून में बदलाव को कारण बताया जा रहा है.

वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि अगले साल से कर्मचारियों को सैलरी हाथ में कम मिलेगी. इससे कंपनियों की बैलेंस शीट भी प्रभावित होगी. वायरल खबर में दावा किया जा रहा है कि अगले साल से ग्रेच्युटी और भविष्य निधि की राशी में बढ़ोतरी होगी और हाथ में आने वाली सैलरी कम हो जाएगी.

खबर वायरल होने के बाद जब इसकी पड़ताल की गयी तो पाया गया कि खबर पूरी तरह से फर्जी है. पीआईबी की फैक्ट चेक टीम ने वायरल खबर पर काम किया और बताया कि खबर पूरी तरह से भ्रम फैलाने वाली है. इसमें जरा सा भी सच्चाई नहीं है. पीआईबी फैक्ट चेक की टीम ने वायरल मैसेज को लेकर ट्वीट किया और लोगों को ऐसी खबरों से बचने की सलाह दी.

पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने क्या किया ट्वीट

पीआईबी फैक्ट चेक (PIB Fact Check) टीम ने वायरल मैसेज का पेपर कटिंग शेयर किया और लिखा, एक न्यूज आर्टिकल में दावा किया जा रहा है कि श्रम कानून में बदलाव होने के कारण अगले वर्ष से सरकारी कर्मचारियों का वेतन कम हो जाएगा.

फिर पीआईबी की टीम ने जांच के बाद जो पाया उसको भी ट्वीट में बताया कि यह दावा फर्जी है. वेतन विधेयक, 2019 केंद्र और राज्य सरकारों के कर्मचारियों पर लागू नहीं होगा.


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फर्जी खबरों से रहें सावधान

सोशल मीडिया के दौर में फर्जी खबरों की भरमार हो गयी है. लोगों को भ्रमित करने के लिए लोग इस तरह के कई मैसेज को जानबूझकर वायरल करते हैं. लेकिन ऐसी खबरों से हमेशा सावधान रहने की जरूरत है. मैसेज, वीडियो या फोटो को दूसरों के पास भेजने से पहले जरूर उसकी सत्यता की जांच कर लेनी चाहिए. पीआईबी की टीम फर्जी खबरों को वायरल होने से रोकने और लोगों को सावधान और जागरूक करने के लिए लगातार काम कर रही है.

Posted By – Arbind kumar mishra

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