for testing purpset
म्यूचुअल फंड में निवेश करनेवालों के लिए अगले महीने से कई नयी स्कीम्स मिलने वाली हैं. परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियां (एएमसी) जुलाई से म्यूचुअल फंड की नयी योजनाएं लाने की तैयारियों में जोर-शोर से जुटी हुई हैं. बाजार नियामक सेबी की तरफ से नये फंड की पेशकश पर लगायी गयी तीन महीने की रोक अब खत्म होने जा रही है.
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने नयी फंड पेशकश लाने पर नयी प्रणाली लागू होने तक रोक लगा दी थी. नयी प्रणाली के क्रियान्वयन के लिए सेबी ने एक जुलाई की समयसीमा तय की हुई है.
छह एएमसी को नयी योजनाएं शुरू करने की मंजूरी: पाबंदी की अवधि खत्म होता देख म्यूचुअल फंड कंपनियां नयी फंड योजनाएं लाने की तैयारियों में लग गयी हैं. इस महीने कम से कम छह एएमसी ने नयी योजनाएं शुरू करने की मंजूरी के लिए सेबी के पास दस्तावेज जमा करवाए हैं.
युवा निवेशकों के लिए शुरू बैंकिंग प्लेटफॉर्म नियो के रणनीति प्रमुख स्वप्निल भास्कर ने कहा, ऐसा लगता है कि अगली तिमाही से नयी फंड पेशकश का मौसम फिर से लौटने वाला है. दो तिमाहियों तक एएमसी कंपनियां सेबी के निर्देशों के अनुपालन संबंधी इंतजाम में व्यस्त रहीं. इसके अलावा बाजार में जारी उतार-चढ़ाव ने भी नयी पेशकश को थामने में योगदान दिया.
2021-22 में एएमसी ने पेश की थीं 176 नयी योजनाएं: वहीं, अप्रैल से मई के बीच दर्जनभर कंपनियों ने 15 योजनाओं के लिए सेबी के पास दस्तावेज जमा करवाए थे. वित्त वर्ष 2021-22 में एएमसी ने 176 नयी फंड पेशकश कर 1.08 लाख करोड़ रुपये जुटाये थे. इसके पहले वर्ष 2020-21 में 84 नयी फंड पेशकश लायी गयी थीं. हालांकि चालू वित्त वर्ष 2022-23 में अब तक केवल चार फंड पेशकश ही की गयी हैं जिनसें सिर्फ 3,307 करोड़ रुपये ही जुटाये जा सके हैं.
Also Read: जीएसटी परिषद की बैठक: दरों में बदलाव पर चर्चा संभव, राज्यों को क्षतिपूर्ति शीर्ष एजेंडा
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.