for testing purpset
नयी दिल्ली : टाटा संस के बर्खास्त हो चुके चेयरमैन साइरस मिस्त्री के साथ जारीविवादकेबीच आज रतन टाटा ने कहा कि बीते पिछले तीन परेशानी भरे, व्यर्थ गये महीनों में दौरान जान बूझकर सुनियोजित तरीके से मेरी व्यक्तिगत छवि को खराब करने का प्रयास किया गया. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों ने टाटा समूह की नीतियों और मूल्यों को निराधार आरोपों के सहारे चुनौती दी. जिनकी कथनी और करनी में बड़ा फर्क है.
इसके साथ ही रतन टाटा ने समूह के कर्मचारियों से कहा कि पिछले महीनों के दौरान घटी घटनाओं को भूलकर वह टाटा समूह को फिर से अग्रणी भूमिका में स्थापित करने में जुट जायें. इससे पहले हाल ही में रतन टाटा ने इस प्रकरण पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा था किहालके महीनों में लगातार उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश होती रही है. मिस्त्री की ओर से उन पर लगायेगये ज्यादातर आरोप झूठे और बेहद तकलीफदेह हैं. लेकिन अंत में सत्य की ही विजय होगी. फिर इस तक पहुंचने का रास्ता भले ही कितना कष्टदायक क्यों न हो. साथ ही उन्होंने मुश्किल समय में उनके साथ बने रहने के लिए शेयरधारकों का शुक्रिया अदा कियाथा.
उल्लेखनीय है कि साइरस मिस्त्री की टाटा संस के चेयरमैन पद से 24 अक्टूबर को अचानक बर्खास्तगी के बाद रतन टाटा को अंतरिम चेयरमैन के तौर पर कंपनी की कमान सौंपी गयी थी.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.