नयी दिल्ली : अगर रिंगिंगबेल्स प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के दावों पर आप यकीन करें तो फ्रीडम 251 दुनिया का सबसे सस्ता स्मार्टफोन है. आज से कंपनी की वेबसाइट के माध्यम इसे 251 रुपये मेंस्मार्ट इसे बुक किया जाना था, लेकिन वेबसाइट पर बढ़े ट्रैफिक के कारण इसका सर्वर ओवरलोडेड हो गया. इस कारण कंपनी ने कहा है कि अब कल से इसकी बुकिंग हो सकेगी. कंपनी ने कहा है कि प्रति सेकेंड वेबसाइट पर छह लाख हिट आ रहे थे. जानकारों की मानें तो नोएडा की कंपनी रिंगिंग बेल्स द्वारा लांच किए गए इस मोबाइल फोन में तमाम दिक्कतों के साथ कॉपीराइट उल्लंघन का मामला दिख सकता है. बुधवार को भाजपा के वरिष्ठ सांसद मुरली मनोहर जोशी और मध्य प्रदेश के विधायक ओम प्रकाश सखलेचा की मौजूदगी में इस फोन को लांच किया गया.
इधर, मोबाइल हैंडसेट उद्योग का निकाय आईसीए ने 251 रुपये की कीमत वाला स्मार्टफोन पेश किये जाने पर चिंता जताते हुए दूरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद को पत्र लिखकर मामले की गहराई में जाने का आग्रह किया है. संगठन का कहना है कि सब्सिडीयुक्त दर पर भी मोबाइल हैंडसेट की कीमत किसी भी हालत में 3,500 रुपये से कम नहीं हो सकती.
इंडियन सेल्यूलर एसोसिएशन (आईसीए) ने यह भी कहा कि जबतक मामले को लेकर चीजें साफ नहीं हो जाती हैंडसेट पेश किये जाने के कार्यक्रम में वरिष्ठ राजनेता एवं सरकारी नेतृत्व को उपस्थित होना ठीक नहीं है और उसे विवाद में नहीं पड़ना चाहिए. नोएडा की रिंगिंग बेल्स ने देश का सबसे सस्ता स्मार्टफोन पेश करने की घोषणा की है जिसकी कीमत 251 रुपये है. कंपनी के अनुसार 3जी हैंडसेट फ्रीडम 251 में 4 इंच का डिस्प्ले, क्वालकॉम, 1.3 गीगाहर्ट्ज क्वाड कोर प्रोसेसर तथा एकजीबी का रैम है. कंपनी के इस कदम से मोबाइल हैंडसेट बाजार को झटका लग सकता है.
पत्र में कहा गया है, ‘‘….अगर सबसे सस्ती आपूर्ति श्रृंखला से भी इस प्रकार के उत्पाद की सामग्री ली जाए तो उसकी कीमत करीब 40 डाॅलर (2,700 रुपये) बैठती है.’ आईसीए के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज महेंद्रू ने पत्र में लिखा है, ‘‘इसे जब खुदरा बाजार में लाया जाएगा तो शुल्क, कर एवं वितरण तथा खुदरा मार्जिन को जोडने पर इसकी कीमत कम-से-कम 4,100 पड़ेगी जबकि कंपनी स्मार्टफोन 251 रुपये में बेचने की घोषणा की है.’
उन्होंने यह भी कहा कि अगर हैंडसेट को कम मार्जिन पर इ-काॅमर्स तरीके से बेचा जाए तो भी कीमत 52 से 55 डालर (करीब 3,500 से 3,800 रुपये) बनती है.’ पत्र में संबद्ध अधिकारियों को मामले की गहराई में जाने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है और कहा कि आईसीए जरूरत पड़ने पर हर प्रकार की तकनीकी सहायता उपलब्ध कराएगा.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.