नयी दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज फिक्की के 88 वें वार्षिक आम बैठक में कहा कि यह भारत की कठोर वास्तविकता है कि यहां नीति राजनीति के द्वारा तय किये जाते हैं. वर्ष 2015 में भारत की सबसे बड़ी ताकत यह है कि भारत की महत्वाकांक्षा बढ़ी है. आज देश में बहुत सी चीजें हो रहीं हैं, बावजूद इसके कई लोग अधीर हैं. उन्हें लगता है कि यह सबकुछ इतनी जल्दी क्यों हो रहा है.

इस मौके पर उन्होंने कहा कि संसद से जीएसटी बिल का पास होना बहुत जरूरी था, लेकिन कांग्रेस ने इस विधेयक के रास्ते में रोड़ा अटका दिया. उन्होंने कहा कि आज विपक्ष का जो रवैया है, उससे हमें अर्थव्यवस्था सुधारने में मदद नहीं मिल रही है. अगर यह बिल पास होता, तो इससे देश के विकास में सहयोग मिलता.

वित्त मंत्री ने कहा कि हम विश्व की अर्थव्यवस्था के कंधे के समान हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि विश्व में आज विकास की गति धीमी हो गयी है. इस मंदी का असर विभिन्न क्षेत्रों पर पड़ा है. अंतरराष्ट्रीय व्यापार, आयात और निर्यात इससे प्रभावित है.

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