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कोलकाता : इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) ने ‘स्टेशन-आधारित ई-कैटरिंग’ सेवा की एक प्रायोगिक परियोजना शुरू की है जिसके तहत यात्री अपनी पसंद के अनुरुप भोजन का ऑर्डर दे सकेंगे और उन्हें यह भोजन लोकप्रिय निजी कैटरर के जरिए स्टेशन पर मुहैया कराया जाएगा. परियोजना के पहले चरण में पूर्वी जोन के नौ रेलवे स्टेशनों हावडा, सियालदह, गुवाहाटी, न्यू जलपाईगुडी, पटना, भुवनेश्वर, विशाखापत्तनम, खडगपुर और मुगलसराय समेत 45 निर्दिष्ट रेलवे स्टेशनों से होकर गुजरने वाली सभी रेलगाडियां नामित की गयी है. इस परियोजना के तहत शामिल अन्य स्टेशन नयी दिल्ली, इलाहाबाद, कानपुर मध्य, लखनऊ, वाराणसी, चेन्नई मध्य, मुंबई मध्य, बेंगलूरु शहर, मदुरै, अमृतसर, तिरुवनंतपुरम मध्य, चंडीगढ, गोरखपुर, वाराणसी, जयपुर, बिलासपुर, आनंद विहार, हजरत निजामुद्दीन, लुधियाना, सिकंदराबाद, तिरुपति, विजयवाडा, चेन्नई एग्मोर, एर्नाकुलम, कोझीकोड, त्रिशूर, यशवंतपुर, नागपुर, पुणे, आगरा छावनी, ग्वालियर, झांसी, भोपाल, अहमदाबाद, सूरत और वडोदरा है.
पूर्वी जोन में आईआरसीटीसी समूह महाप्रबंधक देबाशीष चंद्र ने कहा, ‘स्टेशन आधारित ई-कैटरिंग की सुविधा केवल स्टेशनों के लिए उपलब्ध होगी. यह चलती ट्रेन में उपलब्ध नहीं होगी. इस परियोजना के तहत यात्री या तो www.ecatering.irctc.co.in पर भोजन के लिए ऑनलाइन ऑर्डर दे सकते हैं या 0120-2383892-99, 1800-1034-139 (टोल फ्री) पर फोन कर सकते हैं या पीएनआर एवं सीट संख्या की जानकारी के साथ 139 पर मील एसएमएस भेज सकते हैं और भोजन उन्हें उनकी सीट पर मुहैया करा दिया जाएगा.’ आईआरसीटीसी द्वारा प्रबंधित फूड प्लाजा और फास्ट फूड इकाइयों के अलावा प्रतिष्ठित खाद्य श्रृंखलाएं जैसे कि मैकडॉनल्ड्स, केएफसी, स्वित्ज फूड्स, ओनली अलीबाबा, डोमिनोज, हल्दीराम, बीकानेरवाला, निरुलाज, सागर रत्ना और पिज्जा हट ने भी इन स्टेशनों से गुजरने वाले यात्रियों को भोजन मुहैया कराने के लिए आईआरसीटीसी के साथ करार किया है.
चंद्र ने कहा, ‘यात्रियों के पास ऑनलाइन भुगतान करने या भोजन प्राप्त होने के बाद नकद भुगतान करने का विकल्प होगा.’ उन्होंने कहा कि भोजन अधिकृत व्यक्तियों द्वारा पहुंचाया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘इस पूरी सुविधा के लिए हमारे पास एक समर्पित कॉल सेंटर है जो सुबह छह बजे से रात 10 बजे तक काम करता है.’ चंद्र ने कहा, ‘यात्रियों के पास उस स्टेशन पर पहुंचने से दो घंटे पहले अपना ऑर्डर रद्द करने का भी विकल्प होगा जहां भोजन उन्हें पहुंचाया जाना होगा. ऑनलाइन भुगतान कर देने की स्थिति में यात्रियों को भुगतान रद्द किये जाने का शुल्क काटने के बाद राशि लौटा दी जाएगी.’ उन्होंने कहा कि यह प्रायोगिक परियोजना अगले साल मार्च के अंत तक जारी रहेगी. इसके बाद इसकी समीक्षा की जाएगी.
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