आर्थिक सुधारों पर सरकार के संकेत विरोधाभासी: राहुल बजाज
नयी दिल्ली: प्रसिद्ध उद्योगपति राहुल बजाज ने आज मोदी सरकार की यह कहते हुए आलोचना की कि वह आर्थिक सुधारों के बारे में परस्पर विरोधी संकेत दे रही है. उन्होंने सत्तारुढ भारतीय जनता पार्टी को कांग्रेस की ओर दोस्ती का हाथ बढाने का सुझाव दिया ताकि संसद में गतिरोध खत्म हो. बजाज ने यहां एक […]
नयी दिल्ली: प्रसिद्ध उद्योगपति राहुल बजाज ने आज मोदी सरकार की यह कहते हुए आलोचना की कि वह आर्थिक सुधारों के बारे में परस्पर विरोधी संकेत दे रही है. उन्होंने सत्तारुढ भारतीय जनता पार्टी को कांग्रेस की ओर दोस्ती का हाथ बढाने का सुझाव दिया ताकि संसद में गतिरोध खत्म हो.
बजाज ने यहां एक सम्मेलन के दौरान सरकार और विपक्ष के बीच तनाव को आपातकाल के दिनों से भी बुरा बताया और कहा कि भाजपा को अपनी ओर से थोडा बढकर आगे जाना चाहिये और कांग्रेस को भी दोस्ती कबूल करनी चाहिये ताकि वह उन मतों को गंवाने से बचा सके जो उसे पिछले चुनाव में मिले थे.
राहुल बजाज बजाज आटो कंपनी के चेयरमैन हैं, वह अपनी बेलाग बातों के लिये जाने जाते हैं और वह आज यहां इकोनोमिस्ट इंडिया सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जब से सत्ता में आयी है सुधारों के बारे में परस्पर विरोधी संकेत दे रही है. एक तरफ वह कहते हैं कि वे सुधार में लगे हैं …. आप सुधारों के मामले में धमाका क्यों चाहते हो? जबकि दूसरी तरफ, उनका कहना है उनकी नई सरकार का हनीमून 100 दिन नहीं, छह महीने नहीं बल्कि एक साल का है.
उन्होंने यह भी कहा, वित्त मंत्री कहते हैं कि 15 महीने में आप जादू की छड़ी की उम्मीद नहीं कर सकते हो … चूंकि उपरी सदन काम नहीं कर रहा है और यूनियंस झंडा खडा कर देंगे …. लेकिन 1991 में तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने एक ही साल में वह काम कर दिया था.
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