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मुंबई : कमजोर मानसून व कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के मद्देनजर भारतीय रिजर्व बैंक ने आज मौजूदा वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 7.6 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है जबकि अप्रैल में इसके 7.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया था.
केंद्रीय बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा, विभिन्न जोखिमों से जुडी अनिश्चितताओं को ध्यान में रखते हुए 2015-16 में आर्थिक वृद्धि दर अनुमान को 7.8 प्रतिशत से घटकर 7.6 प्रतिशत किया जा रहा है.
उन्होंने कहा, यह 2014-15 के लिए जोखिमों के संतुलन तथा सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) में घटाव वाले संशोधन को परिलक्षित करता है. केंद्रीय सांख्यिकी संगठन ने आर्थिक वृद्धि मापने के लिए जीवीए प्रणाली को अपनाया.
वास्तविक जीवीए 2014-15 में 98.27 लाख करोड रुपये रहने का अनुमान है जो कि 7.2 प्रतिशत की बढोतरी दिखाता है. इससे पहले इसका 7.5 प्रतिशत का अनुमान था.
राजन ने यहां द्वैमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा जारी करने के अवसर पर जोखिमों की चर्चा करते हुए कहा कि आईएमडी सहित अन्य ने मानसून सामान्य से कमजोर रहने का अनुमान लगाया है जिससे खाद्य मुद्रास्फीति दबाव में आएगी. इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतों में भी तेजी आ रही है.
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