for testing purpset
दुबई : खाडी के तेल नियातकों को सब्सिडी समेत खर्च घटाना चाहिए और अपनी अर्थव्यवस्थाओं का विविधीकरण करना चाहिए ताकि कच्चे तेल की कीमत में भारी गिरावट और आय में कमी की स्थितियों का मुकाबला किया जा सके. यह बात अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आइएमएफ) ने कही है.
आइएमएफ के पश्चिम एशिया और मध्य एशिया के प्रभारी मसूद अहमद ने एएफपी को कल एक साक्षात्कार में कहा संपन्न राजशाही वाले देशों को, हालांकि, तेल कीमतों में नरमी पर फौरन कोई कदम नहीं उठाना चाहिए. उन्होंने दुबई में कहा कि उन्हें अच्छे दिनों में अर्जित विशाल वित्तीय भंडार के जरिए नयी परिस्थतियों में समायोजन करना चाहिए.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.