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मौजूदा सुधार का असर बिगबैंग से बढ़कर होगा: अरुण जेटली
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दावोस: विश्व आर्थिक मंच की सालाना बैठक के मौके पर बोलते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मोदी सरकार के पहले पूर्ण बजट से पहले बंधी बेशुमार उम्मीदों के बीच कहा कि सुधार प्रक्रिया और अन्य नीतिगत पहलों का कुल असर ‘बिग-बैंग’ से भी बढ़कर होगा. जेटली ने कहा ‘मेरे उपर टेलीविजन स्टूडियो में उपयोग […]
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दावोस: विश्व आर्थिक मंच की सालाना बैठक के मौके पर बोलते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मोदी सरकार के पहले पूर्ण बजट से पहले बंधी बेशुमार उम्मीदों के बीच कहा कि सुधार प्रक्रिया और अन्य नीतिगत पहलों का कुल असर ‘बिग-बैंग’ से भी बढ़कर होगा.
जेटली ने कहा ‘मेरे उपर टेलीविजन स्टूडियो में उपयोग किए जा रहे इन मुहावरों का कोई असर नहीं होने वाला. हमने जो भी पहलें की हैं यदि आप इसका कुल योग करें तो यह ‘बिग बैंग’ (महा-विस्फोट) से बढ़कर होगा. इसके मुकाबले तो बिग बैंग भी छोटा नजर आएगा.’
इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या दावोस में मौजूद वैश्विक निवेशक भी उनसे अगले महीने ‘बिग बैंग’ बजट की उम्मीद कर रहे हैं.एफडीआइ पर बोलते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि बहु-ब्रांड खुदरा नीति पर पुनर्विचार पर पहले समाज में आम सहमति बनाने की जरूरत होगी.
विश्व आर्थिक मंच के सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्रों के वैश्विक निवेशकों से मुलाकात के मद्देनजर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि हर सुधार को अपने समय का इंतजार करना होगा. जेटली ने कहा कि बहु-ब्रांड खुदरा एफडीआइ पर भाजपा का रुख पहले की तरह है.
यह पूछे जाने पर कि क्या बहु-ब्रांड खुदरा कारोबार पर पुनर्विचार करने की गुंजाइश है जैसा कि वालमार्ट और खुदरा क्षेत्र की अन्य प्रमुख कंपनियों चाहती हैं. वित्त मंत्री ने कहा ‘हर सुधार का अपना समय होता है.
उन्होंने कहा कि इस कहानी का सार यह है कि समाज में आम सहमति पैदा करनी होगी और इस सहमति में राज्य सरकारें, स्थानीय निकाय सभी शामिल हैं क्योंकि उन्हें की हर तरह की मंजूरी देनी है.’
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