अगले वित्त वर्ष से बढना शुरु होगा निवेश प्रवाह : मुख्य आर्थिक सलाहकार
दावोस : मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियन को भरोसा है कि विदेशी निवेशकों में भारत के प्रति जो सकारात्मक धारणा बनी है उसका फायदा होगा और वास्तविक निवेश अगले वित्त वर्ष से बढने लगोगा. सुबमणियन ने कहा ‘यहां भारत को लेकर काफी रूचि है जो कि इन तथ्यों पर आधारित है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में […]
दावोस : मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियन को भरोसा है कि विदेशी निवेशकों में भारत के प्रति जो सकारात्मक धारणा बनी है उसका फायदा होगा और वास्तविक निवेश अगले वित्त वर्ष से बढने लगोगा. सुबमणियन ने कहा ‘यहां भारत को लेकर काफी रूचि है जो कि इन तथ्यों पर आधारित है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में स्थिति में बदलाव आया है और आने वाले दिनों में इससे उम्मीदें बढी हैं.’
उन्होंने कहा ‘इस तरह दावोस में भारत को लेकर काफी रूचि है. इसके अलावा वैश्विक अर्थव्यवस्था भी मिली-जुली तस्वीर पेश कर रहा है और भारत एक ऐसे देश के रूप में उभरा है जहां सुधार हो रहा है, बदलाव हो रहा है और वृद्धि बढने की उम्मीद है.’सुब्रमणियन ने विश्व आर्थिक मंच की सालाना बैठक में कहा ‘भारत निश्चित तौर पर वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिये सकारात्मक संभावना है.’
उन्होंने यह भी कहा कि अगले महीने आम बजट से पहले पेश की जा रही सालाना आर्थिक समीक्षा में आम तौर पर भारतीय अर्थव्यवस्था की चुनौतियां और इससे निपटने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित होगा. यह पूछने पर कि क्या उन्होंने समीक्षा का काम पूरा कर लिया है, उन्होंने कहा कि यह अभी भी चल रहा है और कुल मिलाकर हम चुनौतियों और इससे निपटने के तरीकों पर चर्चा करेंगे.
उन्होंने कहा ‘बडी चुनौती यह है कि निवेश तथा वृद्धि को कैसे पुनर्जीवित किया जाए और हर किसी को रोजगार के मौके कैसे मुहैया कराया जायें. निवेश और वृद्धि को पुनर्जीवित करना आज की बडी चुनौती है.’ निवेश शुरू होने की समय सीमा के बारे में उन्होंने कहा ‘हमें इंतजार करना होगा लेकिन यह अचानक नहीं होगा.’ उन्होंने कहा ‘यह धीरे-धीरे होगा और अगले वित्त वर्ष तक हममें धीमी बढोतरी की उम्मीद करनी चाहिये और यह निरंतर प्रक्रिया होगी.’
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.