for testing purpset
नयी दिल्ली: अब बार-बार अपने दोस्तों या परिचित को फोन करना आपके लिए महंगा पड सकता है. खबरों के मुताबिक जल्द ही मोबाइल फोन की कॉल रेट बढने वाली है. सेल्यूलर्स ऑपरेटर्स असोशिएसन ऑफ इंडिया (सीओएआई)ने बताया है कि नये सीरे से स्पेक्ट्रम नीलामी होने के कारण कॉल रेट बढ सकती है.
सीओएआइ के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यूज के अनुसार मोबाइल स्पैक्ट्रम की नीलामी से निश्चत तौर पर इनके दामों में भी बएोतरी की जाएगी जिसका अतिरिक्त भार मोबाइल ऑपरेटरों पर पडेगा. मोबाइल ऑपरेटर पर प्डने वाले इस बोझ को कम करने केलिए ये कंपनियां मोबाइल रेट बढरएंगी. उन्होंने बताया कि हलांकि 900 मेगाहर्ट्ज और 1800 मेगाहर्ट्ज वाले स्पैक्ट्रम की कीमत रिजर्व प्राइस पर ही बेचे जाएंगे लेकिन उस पर मोबाइल सॉफ्टवेयर कंपनी को 4,000 करोड का भुगतान करना पडेगा.
सीओएआइ के महानिदेशक ने बताया कि अधिक कर्ज होने के कारण बैंक भी इन कंपनियों को कर्ज देनेसे कतरा रही है. इस वजह से नेटवर्क ढांचे का खर्च ग्राहकों पर पडेगा. बता दें कि अगले साल फरवरी के महीने में 62,162 करोड रुपये की स्पैकट्रम नीलामी की जाएगी जिसमें स्पैक्ट्रम शुल्कबढनेकी संभावना जतायी जा रही है.
टेलीकॉम रेगुलेटर कंपनी ट्रई ने 1800 मेगाहर्ट्ज के बेस प्राइस में 10 प्रतिशत बढोतरी करने का सुझाव दिया था. ट्राई ने 1800 मेगाहर्ट्ज बैंड के लिए 2,138 करोड प्रति मेगाहर्ट्ज और 900 मेगाहर्ट्ज वाले बैंड के लिए 3,004 करोड प्रति मेगाहर्ट्ज करने का सुझाव दिया था.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.