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नयी दिल्ली : कोल इंडिया और सिंगरेणी कोलरीज के मौजूदा और रिटायर कर्मचारियों के एक संगठन ने सोमवार कहा कि वह साल के अंत तक यहां एक धरना-प्रदर्शन करने पर विचार कर रहे हैं. यह प्रदर्शन कोयला क्षेत्र में पेंशन सुधार नहीं करने के खिलाफ होगा. संगठन ने कहा कि दोनों कंपनियों के कर्मचारियों की पेंशन की 1998 के बाद से समीक्षा नहीं की गयी है, जबकि कोयला खान पेंशन योजना के तहत इसकी समीक्षा हर तीन साल में करनी होती है.
अखिल भारतीय कोयला कार्यकारी संघ (एआईएसीई) के प्रधान महासचिव पीके सिंह राठौड़ ने एक बयान में कहा कि एआईएसीई इस साल के अंत तक दिल्ली में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन की योजना बना रही है. सरकार का ध्यान पेंशनभोगियों की पीड़ा की ओर खींचने के लिए इस प्रदर्शन में अन्य पेंशनभोगी कल्याण संघों को साथ लेने पर भी विचार किया जायेगा. कोयला कर्मचारी एवं कार्यकारी 1998 की कोयला खान पेंशन योजना के तहत आते हैं. यह एक अप्रैल 1994 से प्रभावी है.
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