Online सामान खरीदने वाले 40 फीसदी लोग EMI पर करते हैं शॉपिंग

जयपुर : ऑनलाइन खरीददारी करने वाले लगभग 40 फीसदी लोग नये उत्पाद मासिक किस्तों में खरीदते हैं. इसकी एक बड़ी वजह ब्याजरहित मासिक किस्त जैसे वित्तपोषण के बेहतर विकल्प उपलब्ध होना है. प्रमुख ऑनलाइन खुदरा कंपनी अमेजन इंडिया के निदेशक (कैटेगरी मैनेजमेंट) कवीश चावला ने संवाददाताओं को यहां यह जानकारी दी. एक सवाल के जवाब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 2, 2019 5:11 PM
an image

जयपुर : ऑनलाइन खरीददारी करने वाले लगभग 40 फीसदी लोग नये उत्पाद मासिक किस्तों में खरीदते हैं. इसकी एक बड़ी वजह ब्याजरहित मासिक किस्त जैसे वित्तपोषण के बेहतर विकल्प उपलब्ध होना है. प्रमुख ऑनलाइन खुदरा कंपनी अमेजन इंडिया के निदेशक (कैटेगरी मैनेजमेंट) कवीश चावला ने संवाददाताओं को यहां यह जानकारी दी.

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘पांच में से दो, करीबन 40 प्रतिशत लोग मासिक किस्तों (EMI) पर ही सामान खरीदते हैं.’ उन्होंने कहा कि ग्राहक के पास ब्याज सहित इएमआइ का विकल्प तो साल भर ही रहता है, लेकिन समय-समय पर खासकर त्योहारी सीजन में कंपनियां अथवा बैंक ब्याज रहित मासिक किस्त की पेशकश भी करती है.

उन्होंने बताया कि आगामी त्योहारी सत्र को देखते हुए अमेजन इंडिया ने बड़े उत्पादों (लार्ज एप्लायंसेज) का अपना संग्रह बढ़ाया है. उसकी वेबसाइट पर ऐसे उत्पादों की संख्या 1,000 से बढ़कर 2,500 हो गयी है. कंपनी त्योहारी मौसम में अपने ग्राहकों के लिए नये उत्पादों के साथ आकर्षक पेशकश भी करेगी.

उन्होंने कहा कि राजस्थान में इस खंड के कारोबार में सालाना आधार पर जनवरी से अगस्त के दौरान 85 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज की है तथा कंपनी को उम्मीद है कि त्योहारी सत्र में यह और बेहतर प्रदर्शन करेगा.

जयपुर, जोधपुर, कोटा, अलवर व उदयपुर जैसे प्रमुख शहरों के साथ-साथ नागौर, भरतपुर व बांसवाड़ा जैसे कस्बों से भी अच्छी मांग निकल रही है. पारंपरिक रुख के विपरीत लोग अब एसी, वाशिंग मशीन, फ्रिज व वाशर ड्रायर जैसे बड़े उत्पाद अमेजन के जरिये ऑनलाइन खरीद रहे हैं.

चावला ने कहा कि अमेजन इंडिया का बड़े उत्पादों का कारोबार सबसे तेजी से बढ़ते खंड में से एक हैं, जो सालाना आधार पर 50 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Exit mobile version