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नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र में यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) को अपने शेयर बेचेगा और 300 करोड रुपये जुटायेगा.यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के कार्यकारी निदेशक दीपक नारंग ने कहा कि हम सरकार की मंजूरी की प्रतीक्षा कर रहे हैं. हमें जल्द ही मंजूरी मिलने की उम्मीद है और इसके बाद हम तरजीही आधार पर एलआईसी को अपने शेयर जारी कर देंगे.
बैंक का एलआईसी को 35.50 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 8.45 करोड शेयर बेचने का प्रस्ताव है. इसके बाद बैंक में सरकार की हिस्सेदारी मौजूदा 89.47 प्रतिशत से घटकर 82 प्रतिशत रह जायेगी. बैंक के शेयरधारकों ने हाल ही में एलआईसी को शेयर बेचने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी. वर्तमान में एलआईसी की बैंक में 2.72 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
इस बीच बैंक ने जान बूझ कर कर्ज नहीं चुकाने वालों के नाम अखबारों में छपवाने की कारवाई शुरु करने का फैसला किया गया है. नारंग ने कहा कि उच्चतम न्यापयालय ने हाल ही में बैंक को इसकी अनुमति दी है कि वह जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वालों का नाम उजागर कर उन्हें शर्मिन्दा करने की कार्रवाई कर सकता है. अब बैंक इस दिशा में कारवाई करेगा.
उन्होंने कहा कि बैंक चूककर्ताओं के फोटो और उनका अन्य ब्यौरा समाचार पत्रों और बैंक शाखाओं के नोटिस बोर्ड पर जारी करेगा. कोलकाता मुख्यालय वाला यह पहला बैंक है जिसने किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक विजय माल्या तथा तीन अन्य निदेशकों को जान बूझकर कर्ज नहीं चुकाने पर नाम सार्वजनिक करने की प्रक्रिया शुरु की है.
गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत में बैंक की तत्कालीन अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) अर्चना भार्गव ने अचानक पद से इस्तीफा दे दिया था. बैंक के कर्ज में फंसी राशि में भारी वृद्धि से उन्हें यह कदम उठाना पडा था.
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