Interim Budget 2019 : रेलवे को मिला 1.58 लाख करोड़, रेल किराया में बढ़ोतरी नहीं
नयी दिल्ली : वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे की कम होती आय को फिर से पटरी पर लाने के लिए 1.58 लाख करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय का प्रावधान की शुक्रवार को घोषणा की. यह रेलवे के लिए अब तक की सबसे बड़ी वार्षिक पूंजीगत खर्च की योजना है. इसमें से वर्ष 2019-20 के […]
नयी दिल्ली : वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे की कम होती आय को फिर से पटरी पर लाने के लिए 1.58 लाख करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय का प्रावधान की शुक्रवार को घोषणा की. यह रेलवे के लिए अब तक की सबसे बड़ी वार्षिक पूंजीगत खर्च की योजना है.
इसमें से वर्ष 2019-20 के आम बजट में 64,587 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. बाकी पूंजीगत व्यय का प्रबंध भारतीय रेल करेगी. वित्त मंत्री ने कहा कि रेलवे का नियोजित व्यय वर्ष 2013-14 के स्तर से 148 प्रतिशत अधिक हो गया है. रेल मंत्री का प्रभार भी संभाल रहे गोयल ने कहा कि भारतीय रेल के लिए वर्ष 2018-19 अब तक सबसे सुरक्षित साल रहा है और बड़ी लाइनोंवाले नेटवर्क पर सभी मानवरहित लेवल क्रॉसिंग को समाप्त कर दिया गया है. उन्होंने अपने पहले बजट भाषण में कहा, आगामी वित्त वर्ष के लिए रेलवे के लिए 1.58 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय कार्यक्रम है, जो अब तक की सर्वाधिक राशि है.
स्वेदश में विकसित सेमी हाई-स्पीड ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ का परिचालन शुरू होने से भारतीय यात्रियों को तेज रफ्तार, बेहतरीन सेवा एवं सुरक्षा के साथ विश्वस्तरीय अनुभव होगा. उन्होंने कहा, हमारे इंजीनियरों द्वारा पूर्ण रूप से विकसित प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में लगायी गयी इस उल्लेखनीय ऊंची छलांग से ‘मेक इन इंडिया’ को काफी बढ़ावा मिलेगा और इसके साथ ही रोजगारों का सृजन भी होगा. गोयल ने घोषणा की मौजूदा वित्त वर्ष के लिए परिचालन अनुपात सुधर कर 96.2 प्रतिशत हो गया है और अगले वित्त वर्ष में लक्ष्य इसे 95 प्रतिशत करना होगा. 2019 के लिए रेल बजट में किराया बढ़ोतरी की कोई घोषणा नहीं की गयी. लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में होने हैं.
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