जेफ बेजॉस : गैरेज से की थी शुरुआत, आज दुनिया की सबसे अमीर हस्ती
फोर्ब्स नेदुनिया की सबसे अमीर हस्तियों की सूची जारी की है, जिसमें अमजन के संस्थापक और सीइओ जेफ बेजॉस 141.9 अरब डॉलर की कुल संपत्ति के साथ दुनिया के सबसे अमीर शख्स बनकरउभरे हैं. खास बात यह है कि जेफ बेजॉस ने रईसों की ताजा रैंकिंग में बिल गेट्स को पीछे छोड़ दिया है. अमेजन […]
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फोर्ब्स नेदुनिया की सबसे अमीर हस्तियों की सूची जारी की है, जिसमें अमजन के संस्थापक और सीइओ जेफ बेजॉस 141.9 अरब डॉलर की कुल संपत्ति के साथ दुनिया के सबसे अमीर शख्स बनकरउभरे हैं. खास बात यह है कि जेफ बेजॉस ने रईसों की ताजा रैंकिंग में बिल गेट्स को पीछे छोड़ दिया है.
अमेजन की स्थापना कर जेफ बेजॉस ने लोगों केलिए खरीददारी का तरीका ही बदल दिया है. आज आपको जो कुछ भी चाहिए, आॅनलाइन अॉर्डर करने पर आपके दरवाजे तक बाजार से सस्ती कीमत पर पहुंच जाता है. यह सब संभव हुआ जेफ बेजॉस की बदौलत.
जेफ बेजॉस के अरबपति बनने की कहानी बड़ी दिलचस्प है. आज कई लोग उन्हें अपना आईकॉन मानते हैं. उन्होंने अपने कामों से कर्इ लोगों के जीवन पर गहरा प्रभाव डाला है. लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा था.
बचपन के दिनों से ही बेजॉस को काफी कठनाई का सामना करना पड़ा था, महज 18 माह की उम्र में ही उनके पिता उन्हें बेसहारा छोड़कर चल बसे थे. उन्होंने सौतले पिता की छत्रछाया में अपनी पढ़ाई की और नाना के यहां रहकरतकनीक की बारीकियां सीखी थीं. जेफ ने अपने काम की शुरुआत मैकडॉनल्ड्स में काम करने से की थी.
वहां काम करने के दौरान जेफ फर्श पर गिरा हुआ केचअप साफ करते थे. पढ़ाई पूरी करने के बाद बेजॉस न्यूयॉर्क में फंड मैनेजर की अच्छी-खासी नौकरी छोड़कर आॅनलाइन बिजनेस में कूद पड़े. उन्होंने अमेजन डॉट काॅम की स्थापना अपने गैरेज से की और अपनी मेहनत के बल पर एक प्रमुख डाॅट काॅम उद्यमीऔर अरबपति बन गए.
अमेजन डॉट कॉम आज अमेरिका ही नहीं, पूरे विश्व की सबसे बड़ी आॅनलाइन रिटेलर कंपनी है. बेजॉस ने कंपनी शुरू करने के लिए कड़ी मेहनत की और अमेजन डॉट काॅम कंपनी को सफलता के शिखर पर पहुंचाया. अपने बिजनेस को सफलता के शिखर पर पहुंचाने के लिए बेजॉस ने मन में दूरदृष्टि लिये पक्के इरादे के साथ काम किया.
उन्होंने 16 जुलाई 1995 को अपनी वेबसाइट पर सबसे पहले किताब बेचना शुरू किया था. लेकिन यह काम आसान नहीं था, उन्हें जमीं पर घुटनों के बल बैठकर पुस्तकों को पैक करना पड़ता था और पार्सल देने के लिए खुद भी जाना पड़ता था. पहले ही सालमें अमेजन ने अमेरिका के 50 राज्यों और 45 अन्य देशों में पुस्तकें बेच डाली थी. यह उनके लिए पहली बड़ी सफलता थी.
बेजॉस की कड़ी मेहनत रंग लायी और सितंबर तक हर सप्ताह 20000 डॉलर की बिक्री हुई. कंपनी के लिए महत्वपूर्ण मोड़ तब आया, जब अमेजन ने अमेजन किन्डल नाम की ई-बुक रीडर बाजार में उतारा था, जिसकेजरिये किताब को तुरंत डाउनलोड करके पढ़ा जा सकता था. हालांकि 2007 तक अमेजन डॉट कॉम एक स्थापित ब्रांड बन चुका था.
बेजॉस की यह ई-बुक रीडर का मार्केट प्लान कामयाब रहा, जिसका नतीजा यह था कि 2007 में उतरने के छह घंटों के भीतर ही किंडल का सारा स्टॉक बिक गया था और अगले पांच महीनों तक यह अॉउट अॉफ स्टॉक रहा था. किंडल रीडर की बदौलत अमेजन ने अमेरिका के 95 प्रतिशत ई-बुक व्यवसाय पर कब्जा कर लिया था.
कम मार्जिन और ज्यादा वॉल्यूम की नीति पर काम करनेवाले जेफ बेजॉस का मानना है कि ज्यादा मार्जिन में आदमी आलसी बन जाता है. इसलिए अमेजन ने लागत कम करने और कार्यकुशलता बढ़ाने पर धयान केंद्रित किया, ताकि ग्राहकों को कम कीमत में सामान मिल सके.
जेफ बेजॉस हमेशा से दीर्घकालीन सोच रखते हैं और कहते हैं, यदि आप दीर्घकाल के बारे में सोचें तो जीवन संबंधी अच्छे निर्णय ले सकते हैं, जिनपर आपको बाद में अफसोस नहीं होगा.
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