सरकार करेगी पड़ताल कैश किल्लत के पीछे की पूरी कहानी क्या है?
नयी दिल्ली : एटीएम में कैश किल्लत को लेकर खूब बवाल मचा. वित्त मंत्री अरुण जेटली को इस मामले में आकर बयान देना पड़ा. कई जगहों पर स्थिति अब सामान्य है लेकिन इस पूरे मामले को लेकर सरकार अब सचेत है. केंद्र सरकार इस तरफ काम कर रही है कि भविष्य में इस तरह की […]

नयी दिल्ली : एटीएम में कैश किल्लत को लेकर खूब बवाल मचा. वित्त मंत्री अरुण जेटली को इस मामले में आकर बयान देना पड़ा. कई जगहों पर स्थिति अब सामान्य है लेकिन इस पूरे मामले को लेकर सरकार अब सचेत है. केंद्र सरकार इस तरफ काम कर रही है कि भविष्य में इस तरह की परेशानी का सामना दोबारा ना करना पड़ा.
फाइनैंशल इंटेलिजंस यूनिट (एफआईयू) उन एटीएम की जांच करेगी. इसमें करीब 2166 एटीएम शामिल हैं जिनसे सबसे ज्यााद पैसे निकाले गये हैं. इन एटीएम से किन लोगों ने सबसे ज्यादा पैसे निकाले इसकी जांच की जायेगी. संभवतः उनसे पूछताछ भी की जा सकती है कि इतने पैसे निकालने के पीछे क्या कारण थे. इस पूरी पड़ताल में आईटी विभाग भी केंद्र सरकार की पूरी मदद करेगा. सरकार को यह संदेह है कि इस कैश की किल्लत के पीछे कोई बड़ी साजिश हो सकती है. सरकार इस पूरे मामले की जांच कर रही है ताकि सही तथ्य निकलकर सामने आये.
कई न्यूज वेबसाइट और वित्त मंत्रालय के सूत्रों की मानें तो जमाखोरी की वजह से कैश की किल्लत बढ़ी है. अप्रैल के पहले 12-13 दिनों में ही 45 हजार करोड़ रुपये निकाले जा चुके हैं. एक आकड़े के अनुसार एक महीने में 20,000 करोड़ रुपये की मांग हुआ करती है. आयकर विभाग भी उन लोगों पर कड़ी नजर रख रहा है जो कैश लेन देन पर विशेष ध्यान दे रहे हैं.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.