Auto Expo 2023: तीन साल बाद आयोजित किये जा रहे वाहन मेले से कई बड़ी कंपनियों ने बनायी दूरी, वजह क्या है?
मारुति सुजुकी, हुंदै, टाटा मोटर्स, किआ इंडिया, टोयोटा किर्लोस्कर और एमजी मोटर इंडिया जैसी कंपनियां ग्रेटर नोएडा में होने वाले वाहन मेले में हिस्सा ले रही हैं. इस बार ऑटो एक्सपो 75 नए उत्पादों की पेशकश और अनावरण के साथ पांच वैश्विक पेशकशों का गवाह बनेगा.
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Auto Expo 2023: ऑटो एक्सपो भारत में वाहन जगत का सबसे बड़ा इवेंट है. हर दो साल में होनेवाले इस इवेंट का आयोजन सियाम (SIAM), यानी सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (Society of Indian Automobile Manufacturers) करती है. यह भारतीय ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री की सबसे बड़ी संस्था है. ऑटो एक्सपो में वाहन निर्माता कंपनियां अपनी नयी कारों, स्कूटरों, मोटरसाइकिलों, कॉन्सेप्ट व्हीकल्स, कमर्शियल व्हीकल्स, मोटर वाहन टेक्नोलॉजी सहित कई चीजों को प्रदर्शित किये जाते हैं. कोविड-19 महामारी की वजह से यह ऑटोमोबाइल शो 2022 में आयोजित नहीं हो पाया था. अब जनवरी 2023 में ऑटो एक्सपो लौट रहा है.
देश की प्रमुख वाहन प्रदर्शनी (ऑटो एक्सपो) का आयोजन इस सप्ताह करीब तीन साल बाद किया जा रहा है. कोविड महामारी की वजह से वाहनों के इस द्विवार्षिक मेले का आयोजन 2022 में टल गया था. हालांकि, इस बार कुछ प्रमुख वाहन कंपनियां ‘ऑटो एक्सपो’ में भाग नहीं ले रही हैं.
मारुति सुजुकी, हुंदै, टाटा मोटर्स, किआ इंडिया, टोयोटा किर्लोस्कर और एमजी मोटर इंडिया जैसी कंपनियां ग्रेटर नोएडा में होने वाले वाहन मेले में हिस्सा ले रही हैं. इस बार ऑटो एक्सपो 75 नए उत्पादों की पेशकश और अनावरण के साथ पांच वैश्विक पेशकशों का गवाह बनेगा.
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प्रत्येक दो साल में होने वाली इस वाहन प्रदर्शनी का आयोजन 2022 में होना था, लेकिन कोविड महामारी की वजह से इसे टाल दिया गया था. इस बार प्रदर्शनी में महिंद्रा एंड महिंद्रा, स्कोडा, फॉक्सवैगन और निसान के साथ लक्जरी वाहन कंपनियां मर्सिडीज-बेंज, बीएमडब्ल्यू और ऑडी दिखाई नहीं देंगी.
इसके अलावा हीरो मोटोकॉर्प, बजाज ऑटो और टीवीएस मोटर कंपनी जैसे प्रमुख दोपहिया विनिर्माताओं की मौजूदगी एथनॉल पवेलियन में उनके ‘फ्लेक्स फ्यूल’ प्रोटोटाइप वाहनों के प्रदर्शन तक सीमित रहेगी.
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ऑटो एक्सपो का यह संस्करण 11 और 12 जनवरी को ‘प्रेस डेज’ के साथ शुरू होगा. 13 से 18 जनवरी तक यह प्रदर्शनी आम लोगों के लिए खुलेगी. वाहन विनिर्माताओं के संगठन सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के एक अधिकारी ने कहा, 2020 के पिछले संस्करण की तुलना में इस बार उद्योग प्रतिभागियों की संख्या अधिक होगी. मोटर शो में 46 वाहन विनिर्माताओं के साथ उद्योग के करीब 80 हितधारक भाग ले रहे हैं.
अधिकारी ने कहा कि विद्युतीकरण (इलेक्ट्रिक वाहन) की ओर बढ़ते रुझान के बीच इस बार वाहन मेले में बड़ी संख्या में स्टार्टअप कंपनियों की भागीदारी रहेगी. ये स्टार्टअप मुख्य रूप से इलेक्ट्रिक दोपहिया, तिपहिया और वाणिज्यिक वाहन के विनिर्माण के क्षेत्र में हैं.
सियाम ने कुछ प्रमुख कंपनियों के ऑटो एक्सपो से दूरी बनाने की वजह नहीं बतायी. हालांकि, प्रदर्शनी में हिस्सा नहीं लेने वाली कंपनियों ने शो की प्रासंगिकता का उल्लेख किया है. मर्सिडीज बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) संतोष अय्यर ने कहा, हम काफी साल से इस प्रदर्शनी में हिस्सा लेते रहे हैं.
हमने देखा है कि मेले में आने वाले ग्राहकों की हमारे जैसे लक्जरी ब्रांड में कम रुचि रहती है. इस वजह से हमने मेले में भाग नहीं लेने का फैसला किया. हम ग्राहकों के साथ संपर्क के लिए और तरीके अपनाएंगे. अय्यर ने कहा कि हम मोटर शो मंच के बजाय ग्राहक अनुभव पर अधिक निवेश करना चाहते हैं.
स्कोडा ऑटो इंडिया के ब्रांड निदेशक पीटर सॉल्क ने कहा कि कंपनी ने भारत में अपने उत्पादों को उतारने के लिए अपनी समयसीमा के हिसाब से चलने का आंतरिक फैसला किया है. ऐसे में हम वाहन प्रदर्शनी में भाग नहीं ले रहे हैं. पूर्व में कई वाहन कंपनियां आयोजन स्थल की दूरी और भागीदारी की ऊंची लागत को लेकर सवाल उठाती रही हैं.
वाहन प्रदर्शनी में भाग लेने वाली अन्य कंपनियों में अशोक लेलैंड, वोल्वो आयशर कमर्शियल वेहिकल्स, जेबीएम ऑटो, एसएमएल इसुजु, कमिंस, कीवे और सन मोबिलिटी शामिल हैं. (भाषा इनपुट के साथ)