नयी दिल्ली : देरी और कई अन्य वजहों से देशभर की 340 बुनियादी परियोजनाओं की लागत में कुल 3.3 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है. ये सभी परियोजनाएं मूल रूप में 150 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली हैं.
सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय की मार्च, 2019 की नवीनतम रपट के अनुसार, ‘1,405 परियोजनाओं की कुल मूल लागत 18,09,681.47 करोड़ रुपये थी. अब परियोजना खत्म होने तक इनकी अनुमानित लागत 21,39,924.38 करोड़ रुपये होगी. यह दिखाता है कि इन परियोजनाओं की लागत में 3,30,242.91 करोड़ रुपये का इजाफा हो चुका है. यह मूल लागत से 18.25 प्रतिशत अधिक है.’
मंत्रालय 150 करोड़ रुपये से अधिक लागत वाली बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की निगरानी करता है. इन 1,405 परियोजनाओं में से 340 की लागत में इजाफा हुआ है, जबकि 381 परियोजनाएं देरी से चल रही हैं.
रपट के अनुसार, मार्च 2019 तक इन 340 परियोजनाओं पर 8,53,680.47 करोड़ रुपये खर्च किये जा चुके हैं. यह इन परियोजनाओं की अनुमानित लागत का 39.89 प्रतिशत है.
हालांकि, रपट में कहा गया है परियोजनाओं को पूरा करने के नये कार्यक्रम को देखा जाये, तो देरी वाली परियोजनाओं की संख्या घटकर 300 पर आ जायेगी.
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