कोलकाता : सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) ने BS-6 मानकों को पूरा करने के लिए हल्दिया स्थित रिफाइनरी में करीब 3,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. इसके अलावा आइओसी खड़गपुर में बॉटलिंग प्लांट और बजबज में ‘डीजल एक्जॉस्ट फ्लूड’ (DEF) संयंत्र तथा पहाड़पुर में ल्यूब ब्लेंडिंग यूनिट लगाने में 388 करोड़ रुपये और निवेश करेगी.
कंपनी के कार्यकारी निदेशक प्रतीश भरत (पश्चिम बंगाल, सिक्कम और अंडमान निकोबार) ने गुरुवार को कहा, ‘आइओसी ने भारत-चरण (बीएस) 6 के उत्सर्जन मानकों के अनुरूप पेट्रोल और डीजल उत्पादन को लेकर हल्दिया में रिफाइनरी को उन्नत बनाने के लिए 3,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है.’
उत्सर्जन का नया मानदंड एक अप्रैल से अमल में आयेगा. उन्होंने कहा कि बीएस-6 मानकों वाले पेट्रोल और डीजल में सल्फर की मात्रा बीएस-4 के मुकाबले कम होगी. भरत ने संवाददाताओं से कहा, ‘कंपनी ने बीएस-6 स्तर के ईंधन के उत्पादन को लेकर देश भर में स्थिति अपनी रिफाइनरियों में करीब 17,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है.’ उन्होंने कहा कि आइओसी के सभी पेट्रोल पंप बीएस-6 मानकों वाले ईंधन की आपूर्ति करने को तैयार हैं.
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