17.1 C
Ranchi
Sunday, February 23, 2025 | 04:32 am
17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

लॉकडाउन में फंसे लोगों की नि:स्वार्थ सेवा कर रहे कोलकाता के ये देवदूत, बुजुर्गों को मुफ्त पहुंचा रहे दवा

Advertisement

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में लॉकडाउन में फंसे लोगों की मदद के लिए देवदूत बनकर उभरे हैं कुछ लोग. ये लोग जरूरतमंदों को राशन से लेकर दवा तक पहुंचा रहे हैं. वह भी मुफ्त. वार्ड नंबर सात के लिए 905168299, वार्ड आठ के लिए 9051715584 व वार्ड नंबर 10 के लिए 7439315792 हेल्पलाइन नंबर की शुरुआत की है, ताकि जरूरतमंद लोग इन्हें फोन करके अपनी जरूरत बता सकें.

Audio Book

ऑडियो सुनें

नवीन कुमार राय

कोलकाता : जहां चार यार मिल जायें वहीं रात हो गुलजार, जहां चार यार… अमिताभ बच्चन अभिनीत ‘शराबी’ फिल्म का एक गीत अपने जमाने में जबर्दस्त हिट हुआ था. इस गीत को आज भी सुनते हैं, लेकिन अब चार यार एक साथ खड़े नहीं हो सकते. बैठ नहीं सकते. कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा इस कदर बढ़ गया है कि लोग दोस्तों से भाग रहे हैं. खुद को अकेले अपने घर में कैद कर रहे हैं.

इस जानलेवा वैश्विक महामारी से बचने के लिए लोगों ने खुद को अकेला कर लिया है, लेकिन इससे उनकी परेशानी बढ़ गयी है. काम-धंधा सब चौपट हो गया है. वक्त गुजारना मुश्किल हो गया है. कुछ ऐसे भी लोग हैं, जिनको दो वक्त की रोटी के लाले पड़ गये हैं. कुछ समाजसेवी संगठन इनका सहारा हैं. ये लोग उनके लिए भोजन का इंतजाम कर रहे हैं. वहीं, कुछ युवा व्यक्तिगत स्तर पर अपने दोस्तों के साथ मिलकर जरूरतमंदों की मदद में जुटे हैं.

ऐसी ही एक टीम है उत्तर कोलकाता में. लॉकडाउन में इनका काम बंद है, तो इन्होंने समाज के पिछड़े और परेशान लोगों की मदद करने की ठानी. खाली वक्त का सदुपयोग करने का निश्चय किया और लॉकडाउन में फंसे लोगों की मदद में अपना वक्त खपाने लगे. लॉकडाउन की घोषणा के बाद ही इन्हें एहसास हो गया था कि समस्या कितनी बड़ी है.

अधिवक्ता बृजेश झा, व्यवसायी ईश्वर दयाल, ब्रजेश बागड़ी व सुजीत चटर्जी ने तय किया कि खाली वक्त में जरूरतमंदों की मदद करेंगे. इन्होंने एक फंड बनाया. फिर क्षेत्र के जरूरतमंदों की लिस्ट तैयार की. लिस्ट में शामिल सभी लोगों तक इन्होंने राशन आदि पहुंचाने का काम शुरू कर दिया. इसके बाद अन्य दोस्तों को जब इस नेक काम के बारे में पता चला, तो कई और लोग इनके साथ जुड़ गये.

अच्छी बात यह है कि ये लोग न तो किसी पार्टी के परचम तले काम कर रहे हैं, न ही किसी संगठन के बैनर तले यह काम कर रहे हैं. 25 मार्च से अब तक ये लोग तकरीबन 12 हजार से भी अधिक परिवारों के पास राशन के सामन के साथ अन्य आवश्यक सामान पहुंचा चुके हैं. दर्जनों लोग जब इनसे जुड़े, तो इन्होंने खुद को टोलियों में बांट लिया.

एक टोली सामान इकट्ठा करती है, तो दूसरी टोली उसकी पैकिंग करती है. इसके बाद पैकेट को जरूरतमंदों तक पहुंचाया जाता है. इस नेक काम में भी लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाता है. ये लोग उन बुजुर्गों की भी मदद करते हैं, जिन्हें दवाई की जरूरत है और दवा खरीदने केलिए बाजार नहीं जा पाते.

चार वार्ड (वार्ड संख्या 7, 8, 9 और 10) के ऐसे बुजुर्गों के लिए इस टोली ने एक हेल्पलाइन शुरू की है. वार्ड सात के लिए 905168299, वार्ड आठ के लिए 9051715584 व वार्ड नंबर 10 के लिए 7439315792 शुरू किया है. इस नंबर पर फोन करके लोग अपनी दवा का प्रिस्क्रिप्शन भेज रहे हैं. युवाओं की यह टोली उक्त दवा को दुकान से खरीदकर संबंधित लोगों के घर तक पहुंचाती है. जो पैसे देने में सक्षम हैं, उनसे पैसे लेते हैं और जो नहीं दे पाते, उन्हें मुफ्त में दवाएं दे रहे हैं.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें