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विश्व पर्यावरण दिवस : जीरो वेस्ट अभियान को बढ़ावा देने की जरूरत

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World Environment Day Zero Waste Campaign needs to be promoted : आज विश्व पर्यावरण दिवस है, इस अवसर पर पढ़ें अरुणेश कुमार का यह विशेष आलेख जिसमें उन्होंने जीरो वेस्ट अभियान को बढ़ाने की जरूरत के बारे में बताया है. इस आलेख में कचरा प्रबंधन पर भी जोर दिया गया है.

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आज विश्व पर्यावरण दिवस है, इस अवसर पर पढ़ें अरुणेश कुमार का यह विशेष आलेख जिसमें उन्होंने जीरो वेस्ट अभियान को बढ़ाने की जरूरत के बारे में बताया है. इस आलेख में कचरा प्रबंधन पर भी जोर दिया गया है.

कचरा प्रबंधन को भी समझना आज की जरूरत है ताकि हम पर्यावरण के प्रति काफी हद तक अपना योगदान दे सकेंगे. सबसे पहले तो हमें किसी भी वेस्ट को किसी दूसरे के लिए रिसोर्स बनाने की ओर जोर देना होगा, जीरो वेस्ट की सार्थकता को आगे बढ़ाने हेतु खुद जिम्मेदारी लेनी होगी, इंटीग्रेटेड सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट (रिड्यूस, रियूज, रिसाइकल, रिफ्यूज+रिडिजाइन, रिथिंक) को अपनाने पर जोर देना होगा, तभी हम सतत विकास की ओर अग्रसित होकर स्वस्थ वातावरण के निर्माण में महती भूमिका निभा सकते हैं.

आज कोरोना के इस भीषण महामारी ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व को काफी हद तक समझा दिया है और इसके प्रति उत्तरदायी रहने को लेकर आगाह भी कर दिया है कि हम प्रकृति से छेड़छाड़ न करें इसकी सुंदरता को इस धरा पर बनाये रखें. जिस प्रकार बारिश के बाद सड़क पर फैली मिट्टी का कोई मोल नहीं होता, पर जब वही मिट्टी चाक पर घुमा दी जाती है, तो वह एक आकार ले लेती है, वो सड़क की मिट्टी मूल्यवान हो जाती है, इसी उदाहरण से आपको यह बात समझना होगा कि वेस्ट बहुत अनमोल है, वो बेकार नहीं है, बस वह गलत जगह रखा हुआ है, हमें वहीं से संभावनाओं को तलाशना होगा नहीं, तो आने वाले समय में सिर्फ वेस्ट को रखने के लिए 66 हजार एकड़ जमीन की जरूरत पड़ने वाली है, जो एक बेहद विकराल समस्या को जन्म देगा. हमें अपनी बुद्धिमता का परिचय देना होगा.

आज विकसित देशों की तुलना में हमारे यहां कचरा कम निकलता है, फिर भी समस्याएं काफी ज्यादा है. विकसित देशों में प्रति व्यक्ति निकलने वाले कचरों का वजन एक से तीन किग्रा तक है, पर विकासशील देशों में यह 400-800 ग्राम तक ही है. हमारे देश में इसके प्रति काफी कार्य करने की आवश्यकता है जिससे हम जलीय जीवन की सुरक्षा के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान दे सकें, हमें क्रैडल टू क्रैडल एप्रोच (from waste to resource) को अपनाने की ओर बढ़ना होगा जिसके लिए पूरे विश्व में कार्य चल रहा है, सरकार इसके लिए काफी गंभीर होकर कई प्रकार की मुहिम चला रही है. युवाओं को ट्रेनिंग देकर उनके बेहतर भविष्य के साथ-साथ पर्यावरण की महत्ता पर जोर दे रही है.

बूंद-बूंद से तालाब भरता है ठीक उसी प्रकार 5 जून से विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कुछ छोटी-छोटी सी शुरुआत व्यक्तिगत स्तर पर शुरू करें, जिससे हम पर्यावरण के प्रति अपनी नैतिक जिम्मेदारियों का निर्वहन कर सकें. पर्यावरण प्रदूषण को कम करने और उसे बेहतर व स्वच्छ बनाने के लिए आइए संकल्प लें-

1. अपने घरों में ही सूखे/गीले कचरे को अलग कर लें, ताकि जब वो ट्रीटमेंट के लिए लैंडफिल साइट तक पहुंचे, वहां ऊर्जा व समय की बचत हो सके और संसाधन की बर्बादी भी न हो.

2. फलों-सब्जियों के टुकड़ों को एकत्रित करके घर पर ही कंपोस्ट का निर्माण करें.

3. दूध के पैकेट्स को पिन करके निकालें कैंची से न काटें, ताकि वो फिर से यूज में आ सके.

4. कचरों को खुले स्थान पर या पॉलिथीन में डाल कर न फेंके. इससे पर्यावरण प्रदूषित होता है. साथ ही, गाय, बकरी, कुत्ते आदि कचरे में पड़े भोजन को खाने के चक्कर में पॉलिथीन भी खा लेते हैं, जिससे उन्हें गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं झेलनी पड़ती हैं. कई बार यह उनकी मौत का कारण भी बनता है.

5. खतरनाक कचरे ( एनेमल पेंट्स, बैट्री, जैविकीय कचरा, इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट आदि) को घर से निकलने वाले सामान्य कचरे से बिल्कुल अलग करके रखें.

6. 5-S के सिद्धांत (रिड्यूस, रियूज, रिसाइकल, रिफ्यूज, रिडिजाइन और रिथिंक) को हमेशा ध्यान में रखें.

7. अपने आस-पास के बाग-बगीचे या खाली पड़ी जमीनों में कचरा न फेंके.

8. कोशिश करे कि आपके घर से निकला कचरा किसी अन्य के लिए रिसोर्स बन सकें, जैसे कि अगर आपके घर में फालतू कार्टन, डिब्बा, पुराने कपड़े आदि पड़ा हों, तो उसे फेंकने के बजाय किसी जरूरतमंद को दे दें.

9. जूट के थैले का प्रयोग करें प्लास्टिक को गुड बाय कहें. बेहतर होगा अपनी गाड़ी/बाइक की डिक्की में दो-चार कपड़े के थैले हमेशा रखें. अगर आते-जाते कभी रास्ते में कुछ खरीदने का मन हो जाये, तो आपको प्लास्टिक की थैली यूज न करनी पड़े.

10.पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग ज्यादा से ज्यादा करें /कॉस्मेटिक आइटम्स ऐसे प्रयोग में लाये जो इको-फ्रेंडली हो.

(लेखक वेस्ट मैनेजमेंट के एक्सपर्ट हैं)

इमेल : aruneshmishra59@gmail.co

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