27.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

कोरोना इंपैक्ट : झारखंड में 4.56 लाख प्रवासियों का डाटाबेस तैयार, 37.2 फीसदी लोगों ने खेती करने की जतायी इच्छा

Advertisement

Jharkhand news, Ranchi news : कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus infection) के कारण झारखंड में लाखों प्रवासी दूसरे राज्य से अपने घर वापस आ चुके हैं. इन प्रवासियों की कौशल पहचान, रुचि एवं अन्य जानकारी ग्रामीण विकास विभाग की ओर से मिशन सक्षम एप के सर्वेक्षण के जरिये डाटाबेस तैयार किया गया है. मिशन सक्षम सर्वेक्षण के जरिये अब तक करीब 4.56 लाख प्रवासियों का डाटाबेस तैयार हो चुका है. इस सर्वेक्षण में यह बात सामने आयी कि कुल प्रवासियों में 37.2 फीसदी लोग खेती-बारी करने में विशेष रुचि दिखायें, वहीं 13.8 फीसदी प्रवासियों ने पशुपालन को रोजगार का साधन बनाने की इच्छा जतायी है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Jharkhand news, Ranchi news : रांची : कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus infection) के कारण झारखंड में लाखों प्रवासी दूसरे राज्य से अपने घर वापस आ चुके हैं. इन प्रवासियों की कौशल पहचान, रुचि एवं अन्य जानकारी ग्रामीण विकास विभाग की ओर से मिशन सक्षम एप के सर्वेक्षण के जरिये डाटाबेस तैयार किया गया है. मिशन सक्षम सर्वेक्षण के जरिये अब तक करीब 4.56 लाख प्रवासियों का डाटाबेस तैयार हो चुका है. इस सर्वेक्षण में यह बात सामने आयी कि कुल प्रवासियों में 37.2 फीसदी लोग खेती-बारी करने में विशेष रुचि दिखायें, वहीं 13.8 फीसदी प्रवासियों ने पशुपालन को रोजगार का साधन बनाने की इच्छा जतायी है. इस सर्वेक्षण के जरिये राज्य के सुदूर ग्रामीण इलाकों से आंकड़ा एकत्रित करने का काम झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (JSLPS) के सामुदायिक कैडर एवं सखी मंडल की बहनों ने किया है.

- Advertisement -

ग्रामीण विकास विभाग की सचिव आराधना पटनायक के निर्देश पर वैसे प्रवासी जो कृषि, पशुपालन एवं अनुषंगी क्षेत्रों से जुड़ कर स्वरोजगार करना चाहते हैं, उनको राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जोड़ा जा रहा है, ताकि उन्हें राहत मिल सके. साथ ही इच्छुक प्रवासी महिलाओं को सखी मंडल से जोड़ कर आजीविका के साधनों से जोड़ने की तैयारी हो रही है.

खेती-बारी से जुड़ने को इच्छुक प्रवासी

इसी कड़ी में इच्छुक प्रवासियों को खेती की गतिविधियों से जोड़ा जा रहा है. इसके तहत इन्हें खेती के लिए बीज उपलब्ध कराया जा रहा है, ताकि ससमय एक आजीविका का साधन सुनिश्चित हो सके. राज्य में अब तक धान, अरहर, मक्का, बाजरा, उड़द, मूंग, मूंगफली समेत बीज वितरण एवं किचन गार्डेन किट सखी मंडल की बहनों को उपलब्ध कराया जा रहा है. इसमें प्रवासियों के परिवारों को भी शामिल किया गया है, ताकि बारिश के समय खेती के जरिये आजीविका सशक्तीकरण की पहल सुचारु रूप से चलती रहे.

10 लाख परिवारों को मिला लाभ

गांव में कोरोना वायरस संक्रमण से राहत के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत सखी मंडल की बहनों के जरिये लाखों परिवारों का आर्थिक मदद पहुंचायी गयी है. हाल ही में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा राज्य की 50 हजार सखी मंडलों को 75 करोड़ की राशि चक्रिय निधि के रूप में उपलब्ध करायी गयी है. इस प्रयास से राज्य के करीब 10 लाख परिवारों को लाभ मिला. गांवों में आजीविका प्रोत्साहन की दिशा में यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है.

Undefined
कोरोना इंपैक्ट : झारखंड में 4. 56 लाख प्रवासियों का डाटाबेस तैयार, 37. 2 फीसदी लोगों ने खेती करने की जतायी इच्छा 4
सब्जी बेचकर आर्थिक स्थिति मजबूत करतीं जानकी मंडल

पाकुड़ की जानकी मंडल भी सखी मंडल से लोन लेकर सब्जी बेचने का काम शुरू की है. कोलकाता से वापस लौटे प्रवासी पति सुनील मंडल भी इस काम को आगे बढ़ाने में जानकी की मदद कर रहे हैं. इससे आमदनी भी अच्छी हो रही है और घर-परिवार भी बेहतर ढंग से चल रहा है.

Undefined
कोरोना इंपैक्ट : झारखंड में 4. 56 लाख प्रवासियों का डाटाबेस तैयार, 37. 2 फीसदी लोगों ने खेती करने की जतायी इच्छा 5
कविता ने ऑटो खरीद कर पति का सपना किया पूरा

वर्तमान में आपदा की इस घड़ी में राज्य के विभिन्न इलाकों में सखी मंडल की दीदियां अपने परिवार के भरण पोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. चतरा के प्रतापपुर प्रखंड के नारायणपुर का विजय भुईयां रांची में दूसरे का ऑटो चलाता था. लॉकडाउन के कारण ऑटो चालन बंद हुआ, तो गांव चला गया. इसी दौरान उसकी पत्नी कविता देवी ने दुर्गा आजीविका सखी मंडल के जरिये क्रेडिट लिंकेज से लोन लेकर पति के लिए ऑटो खरीदने का सपना पूरा किया.

Undefined
कोरोना इंपैक्ट : झारखंड में 4. 56 लाख प्रवासियों का डाटाबेस तैयार, 37. 2 फीसदी लोगों ने खेती करने की जतायी इच्छा 6
परिवार चलाना सिर्फ एक आदमी की जिम्मेदारी नहीं है : मुनेरा बीबी

पाकुड़ जिला अंतर्गत पाकुड़ सदर प्रखंड के सितापहाडी गांव के अब्दुल अलीम लॉकडाउन में बेरोजगार होकर वापस घर लौटे हैं. ये कोलकाता में राजमिस्त्री का काम करते थे, लेकिन समाज सखी मंडल से जुड़ीं उनकी पत्नी मुनेरा बीबी इस संकट की घड़ी में परिवार का कमान अपने हाथों में ली है. समूह से 15,000 रुपये ऋण लेकर वह मनिहारी का दुकान खोली है. इससे वह प्रतिमाह 5 से 6 हजार रुपये काम लेती है. मुनेरा बीबी कहती हैं कि परिवार चलाना केवल एक आदमी की जिम्मेदारी नहीं है.

कविता, जानकी, मुनेरा बीबी जैसी हजारों महिलाएं आपदा की इस घड़ी में सखी मंडल के जरिये छोटे-छोटे रोजगार एवं स्वरोजगार से जुड़ कर अपने परिवार का भरण पोषण तो कर ही रही है. साथ ही अपने परिवार को आत्मनिर्भरता के रास्ते पर भी ले जा रही है.

Posted By : Samir ranjan.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें