16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

वरिष्ठ पत्रकार अनुज कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भेंट की ‘दिशोम गुरु शिबू सोरेन’

Advertisement

‘प्रभात खबर’ के कार्यकारी संपादक अनुज कुमार सिन्हा ने बुधवार (14 अक्टूबर, 2020) को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ‘दिशोम गुरु शिबू सोरेन’ नामक पुस्तक भेंट की. इस पुस्तक के लेखक अनुज कुमार सिन्हा हैं. इस पुस्तक में झारखंड अलग राज्य की लड़ाई के सबसे बड़े नायक दिशोम गुरु शिबू सोरेन के जीवन के संघर्षों के बारे में विस्तार से बताया है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

रांची : ‘प्रभात खबर’ के कार्यकारी संपादक अनुज कुमार सिन्हा ने बुधवार (14 अक्टूबर, 2020) को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ‘दिशोम गुरु शिबू सोरेन’ नामक पुस्तक भेंट की. इस पुस्तक के लेखक अनुज कुमार सिन्हा हैं. इस पुस्तक में झारखंड अलग राज्य की लड़ाई के सबसे बड़े नायक दिशोम गुरु शिबू सोरेन के जीवन के संघर्षों के बारे में विस्तार से बताया है.

- Advertisement -

‘दिशोम गुरु शिबू सोरेन’ में शिबू सोरेन के जीवन के हर पड़ाव के बारे में रोचक जानकारियां हैं. शिबू सोरेन का बचपन कैसे बीता. किस तरह वह आंदोलनकारी बन गये. युवावस्था में उन्होंने किस तरह से दक्षिण बिहार में आदिवासियों के बीच समाज सुधारक के रूप में लंबे समय तक काम किया. अलग झारखंड राज्य की मांग उठी, तो उसमें भी वह शामिल हुए.

लगातार सरकार के खिलाफ आंदोलन करने वाले शिबू सोरेन किस तरह से राजनीति में आये. कैसे उनके जीवन की दिशा बदली. किस तरह झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) जैसा संगठन खड़ा करके कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जैसी राष्ट्रीय पार्टियों के बीच अपना अलग अस्तित्व बनाया. तीन-तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने. उनके बेटे हेमंत सोरेन भी दो बार राज्य के मुख्यमंत्री बन चुके हैं.

Also Read: Sarkari Naukri: झारखंड हाइकोर्ट के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट के स्टे से शिक्षकों व हेमंत सोरेन सरकार को बड़ी राहत, रांची में मना जश्न

श्री सिन्हा ने ‘दिशोम गुरु शिबू सोरेन’ के साथ-साथ मुख्यमंत्री को अपनी तीन और पुस्तकें भी भेंट की. जो पुस्तकें उन्होंने भेंट की, उनके नाम ‘असली झारखंड’, ‘महात्मा गांधी की झारखंड यात्रा’ और ‘झारखंड के आदिवासी : पहचान का संकट’ हैं. श्री सिन्हा ने ‘महात्मा गांधी की झारखंड यात्रा’ नामक पुस्तक में झारखंड क्षेत्र में महात्मा गांधी की यात्रा और उनकी सभाओं के बारे में जानकारी दी है.

Also Read: खून से लथपथ युवक ने पुलिस से कहा, गांव वालों ने मेरी पत्नी का सामूहिक बलात्कार किया, परिवार के 9 लोगों का किया नरसंहार…

Posted By : Mithilesh Jha

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें