Happy Durga Ashtami 2020: रजरप्पा/चितरपुर (सुरेंद्र कुमार/शंकर पोद्दार) : सर्व मंगल मांगल्ये, शिवे सवार्थ साधिके. शरण्यै त्र्यंबके गौरी, नारायणी नमस्तुते… के मंत्रोच्चार से शनिवार (24 अक्टूबर, 2020) को रजरप्पा कोयलांचल क्षेत्र के विभिन्न दुर्गा मंदिर गूंजते रहे. खासकर रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिके मंदिर में नवरात्र के आठवें दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने आदिशक्ति मां दुर्गा के आठवें रूप महागौरी की पूजा-अर्चना की.
यहां के पुजारियों ने अहले सुबह मां छिन्नमस्तिके देवी की विशेष पूजा-अर्चना की. दोपहर 12 बजे मां भगवती को भोग लगाया गया. वहीं, शाम में मां छिन्नमस्तिके देवी की विशेष आरती की गयी. महाष्टमी की पूजा देखने और उसमें शामिल होने के लिए दूर-दराज से श्रद्धालु छिन्नमस्तिके मंदिर पहुंचे थे. श्रद्धालुओं ने भैरवी-दामोदर के संगम में स्नान किया और कतारबद्ध होकर बारी-बारी से सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करते हुए मां छिन्नमस्तिके की पूजा-अर्चना की.
महाष्टमी के दिन रजरप्पा प्रोजेक्ट, चितरपुर, बड़कीपोना, छोटकीपोना, मारंगमरचा, लारी, सुकरीगढ़ा सहित गोला, दुलमी प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न दुर्गा मंदिरों में मां दुर्गे को सिंदूर अर्पण कर सुहागिनों ने मां से सुख-समृद्धि की कामना की. महाष्टमी को लेकर विभिन्न मंदिरों में काफी भीड़ भी देखी गयी.
Also Read: Durga Puja 2020: झारखंड में कोरोना ने दुर्गा पूजा में 50 लाख लोगों का छीना रोजगार, करोड़ों रुपये का प्रभावित हुआ कारोबारविभिन्न दुर्गा मंदिरों में महाष्टमी को महागौरी की पूजा की गयी. सुबह 11:27 बजे संधि बलि की गयी. पुजारी ने यहां कोहड़ा व केतारी की बलि चढ़ायी. तत्पश्चात भक्तों ने मां दुर्गे को पुष्पांजलि दी. पूजा-अर्चना के पश्चात लोगों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया.
![Happy Durga Ashtami 2020: रजरप्पा में भक्तों ने आदिशक्ति से की सुख-समृद्धि की कामना, दुर्गा अष्टमी पर संधि बलि से मां दुर्गा को दी पुष्पांजलि 1 Undefined](https://pkwp1.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/Prabhatkhabar/2020-10/6c6124a4-e97e-4016-a32b-014ecccb7353/Durga_Ashtami_2020_Rajrappa_Temple_Jharkhand1.jpeg)
रजरप्पा मंदिर के वरिष्ठ पुजारी असीम पंडा ने बताया कि नवरात्र के नौवें दिन मां दुर्गा के नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है. इन तिथियों पर कन्याओं को घर में बुलाकर भोजन कराया जाता है. नवरात्रि में नौ कन्याओं को भोजन करवाना चाहिए, क्योंकि नौ कन्याओं को देवी दुर्गा के नौ स्वरूप का प्रतीक माना गया है.
![Happy Durga Ashtami 2020: रजरप्पा में भक्तों ने आदिशक्ति से की सुख-समृद्धि की कामना, दुर्गा अष्टमी पर संधि बलि से मां दुर्गा को दी पुष्पांजलि 2 Undefined](https://pkwp1.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/Prabhatkhabar/2020-10/aac2c792-f7d9-4360-942a-8583c78be3d1/Durga_Ashtami_2020_Rajrappa_Temple_Jharkhand.jpeg)
कन्याओं के साथ एक बालक को भी भोजन करवाना चाहिए. इन्हें बटुक भैरव का प्रतीक माना जाता है. मां के साथ भैरव की पूजा जरूरी मानी गयी है. सिद्धिदात्री की पूजा करने से सभी सिद्धियां बहुत जल्द सिद्ध होती है. अतः सिद्धिदात्री की पूजा बहुत ही फलदायी है.
![Happy Durga Ashtami 2020: रजरप्पा में भक्तों ने आदिशक्ति से की सुख-समृद्धि की कामना, दुर्गा अष्टमी पर संधि बलि से मां दुर्गा को दी पुष्पांजलि 3 Undefined](https://pkwp1.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/Prabhatkhabar/2020-10/545e8b45-764b-4a85-a99e-aac2f40b1d5f/Durga_Ashtami_2020_Rajrappa_Temple_Jharkhand4.jpeg)
Posted By : Mithilesh Jha