18.8 C
Ranchi
Sunday, February 9, 2025 | 09:29 am
18.8 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

झारखंड के छात्रों के लिए विदेश से पीएचडी करना होगा आसान, जांबिया के लिविंगस्टोन अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के रिसर्च को-ऑर्डिनेटर बने डॉ राकेश

Advertisement

बोकारो (सुनील तिवारी) : सीएमसीई (कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट कंप्यूटर एंड इंजीनियरिंग) कॉलेज-चीरा चास, बोकारो के निदेशक डॉ केएसएस राकेश को लिविंगस्टोन अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय, जाम्बिया का आउटरीच निदेशक सह शोध समन्वयक नियुक्त किया गया है. 2019 में डॉ राकेश को इस विश्वविद्यालय का आउटरीच डायरेक्टर बनाया गया था. अब अंतरराष्ट्रीय शोध खासकर, पीएचडी बाई रिसर्च प्रोग्राम का समन्वयक का भी प्रभार दिया गया है. इससे झारखंड के छात्रों को अंतरराष्ट्रीय यूनिवर्सिटी से पीएचडी करने में आसानी होगी.

Audio Book

ऑडियो सुनें

बोकारो (सुनील तिवारी) : सीएमसीई (कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट कंप्यूटर एंड इंजीनियरिंग) कॉलेज-चीरा चास, बोकारो के निदेशक डॉ केएसएस राकेश को लिविंगस्टोन अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय, जाम्बिया का आउटरीच निदेशक सह शोध समन्वयक नियुक्त किया गया है. 2019 में डॉ राकेश को इस विश्वविद्यालय का आउटरीच डायरेक्टर बनाया गया था. अब अंतरराष्ट्रीय शोध खासकर, पीएचडी बाई रिसर्च प्रोग्राम का समन्वयक का भी प्रभार दिया गया है. इससे झारखंड के छात्रों को अंतरराष्ट्रीय यूनिवर्सिटी से पीएचडी करने में आसानी होगी.

- Advertisement -

लिविंगस्टोन अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय, जाम्बिया को भारतीय विश्वविद्यालय संघ (एआईयु) की सदस्यता अक्टूबर में मिली है, जिसका पूरा श्रेय डॉ राकेश को जाता है. यह आउटरीच डायरेक्टर के रूप में डॉ. राकेश की प्रमुख उपलब्धि रही है. विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पैट्रिक केलिफुन्गवा ने करोना काल के बावजूद कई भारतीय विश्वविद्यालय व एशियन संस्थानों के साथ एमओयू कर लिविंगस्टोन अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय शोध कार्यक्रमों को प्रमुखता से बढ़ाने का पूरा श्रेय डॉ राकेश को दिया है.

Also Read: IRCTC/Indian Railways : महापर्व छठ को लेकर झारखंड से बिहार जाने के लिए इन फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों में कराएं बुकिंग, पढ़िए लेटेस्ट अपडेट्स

डॉ राकेश ने रविवार को बताया कि ऑफ-कैंपस पोस्टिंग से ज्यादातर समय बोकारो से ही कार्य करेंगे, लेकिन शैक्षणिक यात्रा व प्रवास भी जरूरी होगा. झारखंड के शोधार्थियों के लिए भारत में मान्य अंतरराष्ट्रीय पीएचडी करना आसान होगा. बिना जाम्बिया की यात्रा किये शोध के माध्यम से इस पाठ्यक्रम को पूरा कर सकते हैं.

डॉ राकेश ने बताया कि शीघ्र ही बोकारो व झारखंड के विश्वविद्यालयों के शिक्षकों को ग्लोबल रिसर्च मेंटर नेटवर्क से जोड़ेंगे. यहां के विश्वविद्यालयों से भी एमओयू कर ज्वाइंट-रिसर्च को बढ़ावा देंगे. लिविंगस्टोन विश्वविद्यालय के ज्वाइंट इंडस्ट्रियल रिसर्च कार्यक्रमों के लिए बोकारो व झारखंड के विभिन्न इंडस्ट्री से भी समझौता करने का प्रयास करेंगे. विश्वविद्यालय के शोध समन्वयक के रूप में बोकारो व झारखंड में अंतरराष्ट्रीय शोध कार्यक्रमों को बढ़ावा देना उनकी पहली प्राथमिकता होगी. डॉ. राकेश की उपलब्धि पर बोकारो-चास के शिक्षा जगत के लोगों व बुद्धिजीवियों ने इसे गर्व का क्षण बताया.

Also Read: Ration Card : सेक्स वर्करों के बाद अब कैंसर, एड्स और कुष्ठ रोगियों की सुध ले रही हेमंत सोरेन सरकार, ऐसे बनेगा राशन कार्ड

Posted By : Guru Swarup Mishra

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें