15.2 C
Ranchi
Saturday, February 8, 2025 | 11:37 pm
15.2 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

‘ज़िंदगी@लॉकडाउन’ कोरोना काल को समझने और अभिव्यक्त करने की कोशिश

Advertisement

Hindi literature : रांची के साहित्यकार हिमकर श्याम ने लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान एक अनूठी पहल की और 13 रचनाकारों की रचनाएं कविता संग्रह के रूप में प्रकाशित करवाया. हिमकर श्याम के संपादन में यह कविता संग्रह आया जिसका नाम है- 'ज़िंदगी@लॉकडाउन'. यह संग्रह कोरोना काल में प्रकाशित हुआ है. इस साझा कविता संग्रह में 13 रचनाकारों की रचनाएं प्रकाशित हुई हैं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

रांची के साहित्यकार हिमकर श्याम ने लॉकडाउन के दौरान एक अनूठी पहल की और 13 रचनाकारों की रचनाएं कविता संग्रह के रूप में प्रकाशित करवाया. हिमकर श्याम के संपादन में यह कविता संग्रह आया जिसका नाम है- ‘ज़िंदगी@लॉकडाउन’. यह संग्रह कोरोना काल में प्रकाशित हुआ है. इस साझा कविता संग्रह में 13 रचनाकारों की रचनाएं प्रकाशित हुई हैं.

- Advertisement -

इस संग्रह की खास बात यह है कि इसकी तमाम रचनाएं कोरोनाकाल और लॉकडाउन पर ही केंद्रित हैं. जिन रचनाकारों की रचनाएं इस संगह में शामिल हैं उनके नाम हैं- हिमकर श्याम, निरंजन प्रसाद श्रीवास्तव, कामेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव ‘निरंकुश’, वैद्यनाथ मिश्र, कामेश्वर कुमार ‘कामेश’, डॉक्टर अभिषेक ‘अभि’, अभिलाषा ‘अभि’, शिल्पी कुमारी ‘सुमन’, कृष्णा विश्वकर्मा ‘बादल’ और हिमकर श्याम (झारखण्ड), शुभदा पाण्डेय और सत्य नारायण रेगर (राजस्थान), बिनोद सिंह गढ़वाल (बिहार) एवं राश दादा ‘राश’(कर्नाटक)-की रचनाएं शामिल हैं.

Undefined
‘ज़िंदगी@लॉकडाउन’ कोरोना काल को समझने और अभिव्यक्त करने की कोशिश 2

ये तमाम रचनाकार झारखंड, बिहार, राजस्थान और कर्नाटक से संबंधित हैं. हिमकर श्याम का इससे पहले एक कविता संग्रह आ चुका है-‘युद्धरत मैं’. उन्होंने चार गजल संग्रह का संपादन भी किया है. उनका एक गजल संग्रह ‘दिल बंजारा’ जल्दी ही प्रकाशित होने वाला है.

हिमकर श्याम पेशे से पत्रकार हैं और प्रभात खबर और जागरण से जुड़कर काम कर चुके हैं. फिलवक्त वे फ्री लांस पत्रकारिता कर रहे हैं. ‘ज़िंदगी@लॉकडाउन’ के बारे में बात करते हुए वे कहते हैं कि रचनाकार अपने समय, समाज और देश में घटित होनेवाली घटनाओं और उनके प्रभावों से प्रेरणा पाकर ही सृजन करता है. कोरोना हमारी पीढ़ी का सबसे बड़ा संकट बन कर सामने आया है. हर आदमी विचलित है, बेचैन है. कोई लेखक, कवि इसके प्रभाव से अछूता नहीं रह सकता. ज़िंदगी@लॉकडाउन कोरोना काल को अपने ढंग से समझने और अभिव्यक्त करने की सामूहिक कोशिश है.

Also Read: पुस्तक चर्चा : गीत चतुर्वेदी की ‘अधूरी चीजों का देवता’, कई मायनों में संपूर्ण किताब

Posted By : Rajneesh Anand

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें