15.2 C
Ranchi
Sunday, February 9, 2025 | 12:51 am
15.2 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

एड्स पीड़िता का टूटा पैर तो रिम्स प्रशासन ने ऑपरेशन के बजाय दे डाली फिजियोथेरेपी कराने की सलाह, जानें पूरा मामला

Advertisement

रिम्स अस्पताल में एड्स पीड़ित मरीजाें की सर्जरी एक साल से नहीं हो रही है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Rims Ranchi News, Koderma News रांची : राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में एड्स पीड़ित मरीजाें की सर्जरी एक साल से नहीं हो रही है. ऑपरेशन कराने की आस लेकर आये मरीजों को किट आने तक इंतजार करने की सलाह दी जा रही है. ताजा मामला रिम्स के हड्डी विभाग में सामने आया है. कोडरमा के रहनेवाले 69 वर्षीय एड्स पीड़ित का ऑपरेशन नहीं किया गया. वहीं वृद्ध मरीज खटिया पर पड़ा कराह रहा है.

- Advertisement -

रिम्स से पहले धनबाद के निजी अस्पताल पॉपुलर नर्सिंग होम में इलाज किये बिना रिम्स रेफर कर दिया गया. परिजनों का आरोप है कि निजी नर्सिंग होम के डॉक्टर ने पहले पैर ठीक करने के लिए ऑपरेशन को जरूरी बताया, पर जब मरीज के एचआइवी पॉजिटिव होने की जानकारी हुई, तो ऑपरेशन करने से इंकार करते हुए रिम्स रांची रेफर कर दिया गया.

इसके बाद परिजन बेहतर इलाज के लिए रिम्स आये. रिम्स के हड्डी विभाग मेें डॉक्टर को जब एचआइवी पॉजीटिव की जानकारी हुई तो फिजियोथेरेपी की सलाह दे दी, जबकि एक्सरे में पैर टूटने की पुष्टि हुई है. मामले को लेकर पीड़ित के भाई ने रिम्स अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप के नाम शिकायती पत्र लिखा है. समाजसेवी इंद्रजीत सामंता ने बताया कि मरीज दस वर्षों से एड्स से पीड़ित है. दस दिन पहले बरही-कोडरमा फोरलेन निर्माण कार्य के दौरान सड़क पर चलने के क्रम में वे गिर गए, जिससे उनके बाएं पैर की हड्डी टूट गयी.

पीड़ित के भाई ने बताया कि 14 जनवरी को मरीज को धनबाद में डाॅ मंजीत सिंह संधू के पास ले गये, जहां उन्होंने ऑपरेशन करने की सलाह दी.

डॉक्टर को मरीज के एचआइवी पॉजिटिव की जानकारी हुई तो रिम्स रेफर कर दिया गया. रिम्स में कहा गया कि यहां ऑपरेशन नहीं हो सकता है. डाॅ एलबी मांझी से आग्रह किया गया, लेकिन उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्ष से एड्स किट रिम्स प्रबंधन उपलब्ध नहीं करा रहा है. फिजियोथेरेपी का सुझाव देकर वापस भेज दिया.

कोडरमा के एड्स पीड़ित का पैर टूटा

िरम्स के डॉक्टर ने अॉपरेशन की जगह फिजियोथेरेपी कराने की दी सलाह

एड्स मरीजों के ऑपरेशन में प्रयोग होनेवाला किट दो साल से नहीं है. एड्स मरीज की छोटी सर्जरी बिना किट कर देते है, लेकिन बड़ी सर्जरी में खतरा है. किट में ग्लब्स अहम है, क्योंकि सामान्य ग्लब्स से ऑपरेशन करते समय शरीर में चूभने की संभावना रहती है. किट मिल जाये तो बड़ी सर्जरी की जा सकती है. वैसे ऑपरेशन के बिना भी कुछ दिन तक मरीज रह सकता है, इसलिए फिजियोथेरेपी की सलाह दी गयी है.

डॉ एलबी मांझी, विभागाध्यक्ष रिम्स

Posted By : Sameer Oraon

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें