17.1 C
Ranchi
Thursday, February 13, 2025 | 11:43 pm
17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

रूसी समाचार एजेंसी का नया खुलासा, गलवान घाटी हिंसा में चीन को हुआ था भारी नुकसान, मारे गये थे इतने सैनिक

Advertisement

रूसी समाचार एजेंसी तास ( TASS) के इस दावे से जो बात सामने आ रही है उसके अनुसार गलवान घाटी की हिंसा में चीन के भी 45 सैनिक मारे गए थे. यह खबर और भी जरूरी इसलिए हो जाती है क्योंकि चीन ने कभी यह खुलासा नहीं किया कि झड़प में उसके कितने सैनिक मारे गये थे.

Audio Book

ऑडियो सुनें

भारत और चीन के बीच गलवान घाटी पर हुई खूनी झड़प को लेकर रुस की समाचार एजेंसी ने नया खुलासा किया है. रुसी एजेंसी तास (TASS) के अनुसार इस हिंसक झड़प में चीन के कम से कम 45 सैनिक मारे गये थे. गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में बीते साल 15 जून को दोनों देशेों की सेनाओं के बीच खूनी झड़प हुई थी, जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे. और बड़ी संख्या में चीनी सैनिक के मारे जाने की सूचना थी.

ऐसे में अब रूसी समाचार एजेंसी तास ( TASS) के इस दावे से जो बात सामने आ रही है उसके अनुसार गलवान घाटी की हिंसा में चीन के भी 45 सैनिक मारे गए थे. यह खबर और भी जरूरी इसलिए हो जाती है क्योंकि चीन ने कभी यह खुलासा नहीं किया कि झड़प में उसके कितने सैनिक मारे गये थे. लेकिन इतना साफ है कि इस झड़प में चीन को ज्यादा नुकसान हुआ था.

इससे पहले चीन की ओर से बयान आया था कि इस झड़प में उसके पांच सैनिक मारे गए थे. भारत के साथ बैठक में भी चीन की ओर से यहीं कहा गया था कि इस लड़ाई में उसके 5 सैनिक मारे गये हैं, लेकिन भारत की खुफिया एजेंसियों ने अनुमान लगाया था कि इस झड़प में चीन के कम से कम 40 सैनिक मारे गए थे. वहीं, अब रुसी समाचार एजेंसी के दावे से यह साफ होता जा रहा है कि चीन जो दावा कर रहा है उसमें ज्यादा सच्चाई नहीं है.

इधर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज संसद में बताया कि, पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच जारी विवाद को खत्म करने पर दोनो देश सहमत हो गये है. दोनों ही देश अपनी-अपना सेनाओं को पैंगोंग लेक के नॉर्थ-साउथ इलाके पीछे हटाएगा. गौरतलब है कि गलवान घाटी में हुई हिंसा के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है. दोनों देशों ने करीब 50-50 हजार सैनिकों यहां तैनात रखे गये है.

हालांकि, चीन की मंशा पर विश्वास करना बहुत मुश्किल है, इतिहास भी बताता है कि चीन की दोस्ती भरोसे लायक नहीं है. 1962 में हिन्दी-चीनी भाई-भाई के बीच चीन ने हमला कर दिया था. पूरी दुनिया में चीन पीछे से वार करने के लिए कुख्यात है. हालांकि, मौजूदा सरकार की नीति और भारत की सशक्त सेना के बीच अब चीन भी कोई हरकत करने से पहले सौ बार जरूर सोच लेगा.

Also Read: Chamoli Tragedy: रैणी गांव से श्रीनगर तक तलाश जारी, रेस्क्यू में करना पड़ रहा है इन मुश्किलों का सामना

Posted by: Pritish Sahay

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें