16.2 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

नौसेना में शामिल हुआ साइलेंट किलर INS Karanj, हिंद महासागर में चीन को देगा मुंहतोड़ जवाब, जानिए क्या है इसकी खासियत

Advertisement

यह बिना किसी आहट के दुश्मन खेमे में पहुंचकर ताबह करने की क्षमता रखती है. INS Karanj करीब 70 मीटर लंबी, 12 मीटर ऊंची और 1565 टन वजनी है. फ्रांस की मदद से मझगांव डॉकयार्ड लिमिटेड यानी एमडीएल ने स्कोर्पिन क्लास की इस तीसरी पनडुब्बी का निर्माण किया है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

भारतीय नौसेना की समुद्री ताकत कई गुना में एक और इजाफा होने जा रहा है. आज स्कोर्पिन क्लास सबमरीन आईएनएस करंज (INS Karanj) नौसेने के बेड़े में शामिल होने गया है. आईएनएस करंज को भारतीय नौसेना में मुंबई में नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह और एडमिरल (सेवानिवृत्त) वीएस शेखावत की उपस्थिति में कमीशन दिया गया. INS Karanj को साइलेंट किलर कहा जा रहा है.

- Advertisement -

यह बिना किसी आहट के दुश्मन खेमे में पहुंचकर ताबह करने की क्षमता रखती है. INS Karanj करीब 70 मीटर लंबी, 12 मीटर ऊंची और 1565 टन वजनी है. फ्रांस की मदद से मझगांव डॉकयार्ड लिमिटेड यानी एमडीएल ने स्कोर्पिन क्लास की इस तीसरी पनडुब्बी का निर्माण किया है.आईएनएस करंज ऐसे समय में भारतीय नौसेना को मिलने जा रही है, जब हिंद महासागर में चीनी नौसेना और उसका जंगी बेड़ा भारतीय सेना को एक बड़ी चुनौती दे रहा है.

Also Read: पाकिस्तान को मिलेगी मेड इन इंडिया Corona Vaccine, भारत से इस तरह मिलेगी पड़ोसी मुल्क को मदद

वहीं DRDO आइएनएस करंज पनडुब्बी को भारतीय नौसेना में शामिल किये जाने के एक दिन पहले सोमवार रात को मुंबई में एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन (एआइपी) तकनीक का सफल परीक्षण किया. इस परीक्षण को नौसेना की ताकत में इजाफा करनेवाला बड़ा कदम माना जा रहा है. यह तकनीक भारतीय पनडुब्बियों को समुद्र के भीतर और भी अधिक घातक बना देगी. बता दें कि डीआरडीओ की इस तकनीक को फ्रांस से मदद मिली है, जो कलवरी क्लास मैन्युफैक्चरिंग के संदर्भ में भारतीयों के संपर्क में थे.

AIP तकनीक से साइलेंट किलर बनेगीं पनडुब्बियां

  • एआइपी या मरीन प्रोपल्शन तकनीक गैर-परमाणु पनडुब्बियों को वायुमंडलीय ऑक्सीजन तक पहुंच के बिना संचालित करने की अनुमति देती है.

  • एआइपी से लैस पनडुब्बी को अपनी बैटरी चार्ज करने के लिए सतह पर नहीं आना पड़ता है और यह लंबे समय तक पानी के नीचे रहती है.

  • न्यूक्लियर सबमरीन जहां शिप रिएक्टर की वजह से शोर मचाती हैं, वहीं एआइपी तकनीक से लैस पनडुब्बी एक घातक चुप्पी बनाये रखती है.

  • यह पनडुब्बियों के डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम को बढ़ाती है. नयी तकनीक भारतीय सबमरीन को और भी ज्यादा घातक बनायेंगी.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें