26.1 C
Ranchi
Tuesday, February 25, 2025 | 07:57 pm
26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

गुमला का यह पिता 25 साल से बेटों के आने का इंतजार, कहा : याद कर रो पड़ता हूं, मानव तस्करों ने कर दिया था अलग

Advertisement

मामला रायडीह प्रखंड के पीबो पंचायत स्थित बिरहोर टोंगरी व गोसाईकोना गांव की है. बिरहोर कॉलोनी निवासी जोहन बिरहोर के पुत्र अकूब बिरहोर 25 साल से गायब है. पिता ने कहा कि मैं कई बार बेटे को याद कर रो पड़ता हूं. न जाने वह कहां होगा. किस हाल में होगा. यह सोचता रहता हूं. जोहन ने बताया कि जब अकूब 10 वर्ष का था. तभी दूसरे गांव की कष्टी देवी व उसका पति विधि द्वारा अकूब को काम करने के बहाने घर से ले गये.

Audio Book

ऑडियो सुनें

गुमला : मानव तस्करों ने मां व पिता से उनके बेटों का प्यार छीन लिया. परिवार के लोग 25 सालों से अपने बेटों के आने का इंतजार कर रहे हैं. परंतु, कब आयेंगे? यह सवाल परिवार के सदस्य अक्सर आपस में करते रहते हैं. हर दिन भगवान से प्रार्थना करते हैं कि उनके खोये हुए बेटे वापस घर आ जाये.

मामला रायडीह प्रखंड के पीबो पंचायत स्थित बिरहोर टोंगरी व गोसाईकोना गांव की है. बिरहोर कॉलोनी निवासी जोहन बिरहोर के पुत्र अकूब बिरहोर 25 साल से गायब है. पिता ने कहा कि मैं कई बार बेटे को याद कर रो पड़ता हूं. न जाने वह कहां होगा. किस हाल में होगा. यह सोचता रहता हूं. जोहन ने बताया कि जब अकूब 10 वर्ष का था. तभी दूसरे गांव की कष्टी देवी व उसका पति विधि द्वारा अकूब को काम करने के बहाने घर से ले गये.

इसके बाद से अकूब घर नहीं लौटा. कई बार कष्टी व विधि से अपने बेटे के बारे में पूछा. परंतु वे लोग दबंग हैं. इसलिए कुछ नहीं बताये. हम गरीब बिरहोर जनजाति के लोग हैं. इसलिए हम डर से चुप हो गये और बेटे की याद में घुट-घुट कर जी रहे हैं.

जोहन ने कहा कि अब मेरा बेटा 35 साल का हो गया है. एक बार उसे देखने की इच्छा है. परंतु मैं कब मर जाऊंगा, कहा नहीं जा सकता. मरने से पहले एक बार बेटे को देख लूं तो मन को सुकून मिलेगा. गांव के लोग भी अकूब को याद करते हैं. गांव का वह एकलौता जवान बेटा है, जो लापता है. अकुब नागालैंड गया था. वहीं कहीं खो गया.

गोवर्धन नागालैंड गया, वहीं खो गया

गोसाईकोना गांव के गोवर्धन प्रधान 10 साल की उम्र में अपने घर से निकला था. कुछ लोग उसे ठग कर ले गये थे. उसके साथ अन्य कुछ साथी भी नागालैंड गये थे. परंतु गोवर्धन के साथी किसी प्रकार भागकर गांव लौट आये. पर अभी तक गोवर्धन नहीं लौटा है. वह घर का बड़ा बेटा है. अब उसकी उम्र 35 साल हो गयी है. उसका छोटा भाई धनी प्रधान जो अभी गांव में रहता है. उन्होंने बताया कि मेरा भाई जब 10 वर्ष का था. तभी गांव से निकला. इसके बाद से नहीं लौटा. मैं अपने बड़े भाई के आने का इंतजार हर रोज करता हूं. धनी ने कहा कि जब मैं पांच साल का था. उस समय मेरा बड़ा भाई 10 साल का था.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें
Home होम Videos वीडियो
News Snaps NewsSnap
News Reels News Reels Your City आप का शहर