29.1 C
Ranchi
Sunday, March 9, 2025 | 06:34 pm
29.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

हॉकी खिलाड़ी सलीमा टेटे और निक्की प्रधान आज पहुंचेगी रांची, जानें दोनों खिलाड़ियों का अब तक का सफर

Advertisement

झारखंड का प्रतिनिधित्व करने वाली भारतीय हॉकी खिलाड़ी आज पहुंचेगी रांची. राज्य के सीएम हेमंत सोरेन ने पहले ही घोषणा की है कि राज्य पहुंचने पर दोनों खिलाड़ियों का स्वागत किया जायेगा.

Audio Book

ऑडियो सुनें

jharkhand Hockey Players in tokyo olympics रांची : टोक्यो ओलंपिक का समापन हो चुका है, भारत का हॉकी में प्रतिनिधित्व करने वाली झारखंड की आन बान और शान सलीमा टेटे और निक्की प्रधान आज राज्य की धरती पर कदम रखेंगी. दोनों बेटियां रांची के लिए दिल्ली से रवाना हो गईं हैं. पूरा झारखंड उन दोनों के स्वागत के लिए बांहे फैला कर खड़ा है.

राज्य के सीएम ने ये घोषणा पहले ही कर दी है कि दोनों खिलाड़ियों को झारखंड पहुंचने पर सम्मानित किया जायेगा और प्रोत्साहन के तौर पर दोनों को 50, 50 लाख रूपये का इनाम दिया जायेगा. उनके साथ हॉकी के अध्यक्ष भोला नाथ सिंह भी रांची पहुंचेगे. जानकारी के मुताबिक दोनों के 12 बजे तक रांची पहुंचने की उम्मीद है.

तो आईये नजर डालते उन दोनों के सफर पर एक नजर
निक्की प्रधान

निक्की प्रधान शुरू से ही काफी तेज दौड़ती थी जिसे देख तत्कालीन जिला खेल पदाधिकारी व वेटरन एथलेटिक कोच सरवर इमाम ने उसे एथलेटिक्स से जुड़ने को कहा, लेकिन उस वक्त दशरथ महतो उन्हें हॉकी की प्रशिक्षण देते थे. जैसे उनके कोच को ये बात पता चली तो वो सीधे सरवर इमाम से मिले और कहा कि वो हॉकी ही खलेगी. इस वजह से दोनों के बीच में खूब गर्मागरम बहस भी हुई लेकिन दशरथ महतो अपने जिद पर अड़े रहे और प्रशिक्षण देना जारी रखा.

बस यह उनकी जिंदगी का टर्निंग पॉइंट भी रहा. बता दें कि उनके पास खेलने के लिए हॉकी स्टिक भी नहीं थी वो बांस के डंडे से ही प्रैक्टिस करती थी. एक बार तो उनकी मां को स्टेडियम में भी घुसने से रोक दिया गया था. ये बात तब की है जब वो रांची में हॉकी का मैच खेल रही थी. बता दें कि शुरूआती दौर में लोग उनके हॉकी खलने पर भी खिल्ली उड़ाते थे.

सलीमा टेटे

सलीमा टेटे झारखंड के सबसे ज्यादा माओवादी प्रभावित जिलों में से एक सिमडेगा के बड़कीचापर गांव की रहने वाली हैं. बता दें कि सलीमा टेटे ने साल 2018 के युवा ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली भारतीय टीम की कप्तान भी थी. सलीमा टेटे को हॉकी खेलने की प्रेरणा उनके पिता से मिली वैसे तो उनके पिता 1 किसान हैं लेकिन वो भी हॉकी के अच्छे खिलाड़ी हुआ करते थे. यह वजह है कि वो उन्हें हॉकी खेलने के प्रेरित किया.

बता दें कि हॉकी स्टिक के अभाव में सलीमा टेटे अभ्यास करने के लिए लकड़ी की छड़ियों का इस्तेमाल करती थीं. उनके सपने सच करने के लिए उनकी बहन ने ने दूसरों के घरों में मेड का भी काम किया. जब वो वर्ल्ड चैंपियनशिप खेलने गईं थी तो उनके पास ट्रॉली बैग तक नहीं था, कुछ परिचितों ने किसी से पुराना बैग लेकर उन्हें वो बैग दिया था.

Posted By : Sameer Oraon

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें
Home होम Videos वीडियो
News Snaps NewsSnap
News Reels News Reels Your City आप का शहर