15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

टाइगर बफर जोन खोलने से मध्य प्रदेश का बढ़ा रेवेन्यू, लेकिन बाघों के संरक्षण को लेकर विशेषज्ञ जता रहे चिंता

Advertisement

"ट्रैवल इन बफर" कार्यक्रम के तहत पहली बार मानसून में 80 से अधिक बाघों वाले क्षेत्रों को पर्यटन के लिए खोला गया था.

Audio Book

ऑडियो सुनें

इस मानसून में पर्यटकों के लिए मध्य प्रदेश में छह बाघ अभयारण्यों के बफर जोन खोलने से राज्य को 26 लाख का राजस्व प्राप्त हुआ है. लेकिन संरक्षण पर इस कदम के प्रभाव के बारे में चिंता जतायी जा रही है. बारिश के मौसम में बाघों के आवास बंद हो जाते हैं. पर्यटन के लिए अपने बफर जोन खोलने के कदम ने वन्यजीव विशेषज्ञों का कहना है कि संरक्षण पर राजस्व को प्राथमिकता दी जा रही है.

- Advertisement -

“ट्रैवल इन बफर” कार्यक्रम के तहत पहली बार मानसून में 80 से अधिक बाघों वाले क्षेत्रों को पर्यटन के लिए खोला गया था. हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक अधिकारियों ने कहा कि बांधवगढ़ और कान्हा टाइगर रिजर्व से प्रत्येक को 12-12 लाख रुपये का उच्चतम राजस्व प्राप्त हुआ. बांधवगढ़ रिजर्व 124 बाघों के साथ भारत में सबसे अधिक भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में से एक है, जिसमें इसके बफर जोन में कम से कम 45 शामिल हैं. कान्हा के पास 108 बाघ हैं. इनमें 25 इसके बफर जोन में शामिल हैं. 2018 की बाघ गणना के अनुसार, मध्य प्रदेश में 526 बाघ थे.

प्रधान मुख्य वन संरक्षक आलोक कुमार ने जोर देकर कहा कि वे बाघ की रक्षा के लिए सभी दिशा-निर्देशों और विनियमों का पालन कर रहे हैं. अगर रिजर्व अधिकारियों को (किसी क्षेत्र में) बाघों की आवाजाही के बारे में कोई सूचना मिलती है… हम वहां पर्यटकों को अनुमति नहीं देते हैं. कुमार ने कहा कि विशेषज्ञों और संरक्षणवादियों के साथ चर्चा के बाद जोन खोले गये.

Also Read: मध्य प्रदेश के 79 फीसदी लोगों में बनी कोरोना एंटीबॉडीज, केरल में सबसे कम, ICMR रिपोर्ट में हुआ खुलासा

भारतीय वन्यजीव संस्थान (देहरादून) के वरिष्ठ बाघ पारिस्थितिकीविद्, वाईवी झाला ने कहा कि अगर इसे विनियमित तरीके से किया जा रहा है तो अवधारणा में कोई समस्या नहीं है. बाघों के संभोग का कोई निश्चित समय नहीं है, और यह कई अध्ययनों में साबित हुआ है. वन विभाग को संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए गतिशील योजना के साथ ऐसा करना चाहिए.

वन्यजीव विशेषज्ञ सुहास कुमार ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने और पैसा कमाने के लिए टाइगर रिजर्व नहीं बनाये गये हैं. उनका मुख्य उद्देश्य लोगों को शिक्षित करके और उन्हें वन्यजीवों के प्रति संवेदनशील बनाकर संरक्षण देना है. राष्ट्रीय वन्यजीव कार्य योजना, 2017 में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि यदि वन्यजीव क्षेत्र में पर्यटन और संरक्षण के बीच संघर्ष है, तो संरक्षण प्रबल होना चाहिए.

Posted By: Amlesh Nandan.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें