23.1 C
Ranchi
Saturday, March 1, 2025 | 10:29 am
23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Pithori Amavasya 2021: कब है भाद्रपद मास की अमावस्या, जानें तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Advertisement

Pithori Amavasya 2021 Date: हिंदू धर्म में भाद्रपद मास की अमावस्या का विशेष महत्व होता है. भादो मास में पड़ने वाली अमावस्या को पिठौरी अमावस्या और कुशग्रहणी अमावस्या के नाम से जाना जाता है. पिठौरी अमावस्या 7 सितंबर 2021 दिन सोमवार को पड़ रही है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Pithori Amavasya 2021 Date: हिंदू धर्म में भाद्रपद मास की अमावस्या का विशेष महत्व होता है. भादो मास में पड़ने वाली अमावस्या को पिठौरी अमावस्या और कुशग्रहणी अमावस्या के नाम से जाना जाता है. पिठौरी अमावस्या 7 सितंबर 2021 दिन सोमवार को पड़ रही है.

इस दिन स्नान, दान और पितरों के लिए तर्पण करना शुभकारी और मंगलकारी माना जाता है. पिठौरी अमावस्या के दिन महिलाएं अपने पति और बच्चों के लिए व्रत रखती हैं. इस दिन देवी दुर्गा जी की पूजा की जाती है.

भाद्रपद अमावस्‍या की तिथि और शुभ मुहूर्त

  • अमावस्‍या तिथि आरंभ 6 सितंबर 2021 की शाम 07 बजकर 40 मिनट पर

  • अमावस्‍या तिथि समाप्‍त 7 सितंबर 2021 की शाम 06 बजकर 23 मिनट पर

पिठौरी अमावस्या पूजा विधि

  • इस दिन सुबह उठकर पानी में गंगाजल डालकर स्नान करें.

  • स्नान के बाद साफ कपड़े पहन लें और व्रत का संकल्प लें.

  • इस दिन 64 देवियों की आटे से प्रतिमा बनाने का विधान है.

  • मूर्तियों के गहने बनाने के लिए बेसन का आटा गूंथकर उससे हार, मांग टीका, चूड़ी, कान और गले के बनाकर देवी को चढ़ाएं.

  • सभी देवताओं को एक प्लेट में रखकर उन पर पुष्प चढ़ाएं.

  • पूजा के लिए गुझिया, शक्कर पारे, गुज के पारे और मठरी बनाएं और देवी-देवताओं को भोग लगाएं.

  • पूजा के बाद आटे से बनाए देवी-देवताओं की आरती करें.

  • पूजा-अर्चना करने के बाद पंडित को खाना खिलाएं और दान-दक्षिणा देकर विदा करें.

Also Read: Pradosh Vrat 2021: कब है सितंबर माह का पहला प्रदोष व्रत, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, पूजन सामग्री और महत्व

Posted by: Radheshyam Kushwaha

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें
Home होम Videos वीडियो
News Snaps NewsSnap
News Reels News Reels Your City आप का शहर