13.6 C
Ranchi
Sunday, February 9, 2025 | 04:32 am
13.6 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

झारखंड हाईकोर्ट भवन निर्माण में गड़बड़ी, 14 इंजीनियरों पर कार्रवाई, सरकार की अनुमति के बगैर बढ़ाते गये लागत

Advertisement

झारखंड हाईकोर्ट निर्माणाधीन भवन की योजना में अभियंताओं के कारण गड़बड़ी हुई थी. हालांकि इस मामले में विभाग ने 14 अभियंताओं पर कार्रवाई की है, जिसमें से 8 लोगों को निलंबित कर दिया है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

रांची : झारखंड उच्च न्यायालय के निर्माणाधीन भवन की योजना में अभियंताओं के कारण गड़बड़ी हुई थी. मामले में भवन निर्माण विभाग ने निलंबित तत्कालीन अभियंता प्रमुख रास बिहारी सिंह व सेवानिवृत्त प्रभारी अभियंता प्रमुख अरविंद कुमार सिंह समेत कुल 14 अभियंताओं को अनियमितता का दोषी मानते हुए कार्रवाई की है. आठ अभियंताओं को निलंबित किया गया है. दो पर विभागीय कार्यवाही का आदेश है. वहीं, सेवानिवृत्त हो चुके एक अभियंता पर पेंशन नियमावली के तहत विभागीय कार्यवाही की गयी है और छह को इसी नियमावली के तहत शो-कॉज किया गया है.

- Advertisement -

सरकार की अनुमति के बिना बढ़ाते गये लागत :

धुर्वा के तिरिल मौजा में बन रहे झारखंड हाइकोर्ट के भवन निर्माण में अनियमितता की शिकायत की गयी थी. न्यायालय में भी इससे संबंधित मामला दर्ज कराया गया था. अधिकारियों और निर्माण करनेवाले ठेकेदार रामकृपाल कंस्ट्रक्शन लिमिटेड की मिलीभगत से वित्तीय अनियमितताओं का आरोप है. शिकायत में कहा गया है कि शुरुआत में हाइकोर्ट भवन के निर्माण के लिए 365 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति दी गयी थी. टेंडर के बाद 100 करोड़ घटा कर ठेकेदार को 265 करोड़ में काम अलॉट किया गया. बाद में इस्टीमेट को रिवाइज्ड कर 697 करोड़ कर दिया गया. बढ़ी राशि के लिए सरकार से अनुमति भी नहीं ली गयी. नया टेंडर भी नहीं किया गया.

ऐसे की गयी गड़बड़ी :

365 करोड़ की थी प्रशासनिक स्वीकृति. ठेकेदार ने इससे 100 करोड़ कम करके 265 करोड़ में काम करने का टेंडर डाला और काम उसे दे दिया गया. बाद में इस्टीमेट को रिवाइज्ड कर 697 करोड़ रुपये का कर दिया गया.

हाइकोर्ट के नये भवन में अनियमितता बरतने के मामले में अभियंताओं पर कार्रवाई की गयी है. उनके द्वारा कार्य में कोताही बरतने की वजह से ही योजना में गड़बड़ी की शिकायत थी.

– सुनील कुमार, सचिव भवन निर्माण व पथ निर्माण विभाग

इन अभियंताओं पर निलंबन की कार्रवाई

राजीव कुमार (कार्यपालक अभियंता), दीपक कुमार महतो (सहायक अभियंता), राजू किसपोट्टा (प्रभारी सहायक अभियंता), कनीय अभियंता विजय कुमार बाखला, सुजय कुमार, सरकार सोरेन, मनीष पूरन व अशोक कुमार मंडल.

विभागीय कार्रवाई :

रास बिहारी सिंह (निलंबित अभियंता प्रमुख) व राजीव कुमार सिंह (कार्यपालक अभियंता).

कार्रवाई : प्रदीप कुमार सिंह (सेवानिवृत्त कार्यपालक अभियंता)

इनसे मांगा गया स्पष्टीकरण : अरविंद कुमार सिंह (सेवानिवृत्त प्रभारी अभियंता प्रमुख), ज्योतिंद्रनाथ दास (सेवानिवृत्त अधीक्षण अभियंता) व सुनील कुमार सुल्तानिया (सेवानिवृत्त कार्यपालक अभियंता)

Posted By : Sameer Oraon

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें