28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

अमावस्‍या श्राद्ध के साथ समाप्‍त होगा पितृ पक्ष, जानें सर्व पितृ अमावस्या के दिन किन पितरों का होता है श्राद्ध

Advertisement

कल यानी बुधवार 06 अक्टूबर को सर्व पितृ अमावस्‍या है. इस दिन के साथ ही श्राद्ध पक्ष का समापन हो जाएगा. पितृपक्ष में श्राद्ध भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा से आश्विन कृष्ण अमावस्या तक यानी कुल 16 दिनों तक चलते हैं और इनमें श्राद्ध का अंतिम दिन काफी खास माना जाता है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

पितृ पक्ष का अंतिम दिन सर्व पितृ अमावस्या या पितृ विसर्जिनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है. हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, हर वर्ष आश्विन मास की अमावस्या तिथि को ही सर्व पितृ अमावस्या होती है. इस वर्ष सर्व पितृ अमावस्या कल यानी 06 अक्टूबर दिन बुधवार को है. पितृ पक्ष में श्राद्ध भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा से आश्विन कृष्ण अमावस्या तक यानी कुल 16 दिनों तक चलते हैं और इनमें श्राद्ध का पहला और आखिरी दिन काफी खास माना जाता है.

- Advertisement -

पितृपक्ष की तिथियों का महत्व

पितृ पक्ष में मृत्यु की तिथि के अनुसार श्राद्ध किया जाता है. जिस व्यक्ति की जिस तिथि पर मृत्यु हुई है, उसी तिथि पर उस व्यक्ति का श्राद्ध किया जाता है. अगर किसी मृत व्यक्ति के मृत्यु की तिथि के बारे में जानकारी नहीं होती है. तो ऐसी स्थिति में उस व्यक्ति का श्राद्ध अमावस्या तिथि पर किया जाता है. इस दिन सर्वपितृ श्राद्ध योग माना जाता है.

अमावस्या श्राद्ध 2021: तिथि और समय

  • अमावस्या तिथि शुरू – 5 अक्टूबर 2021, शाम 07:04 बजे

  • अमावस्या तिथि समाप्त – 6 अक्टूबर 2021, शाम 04:34 बजे

  • कुटुप मुहूर्त – 11:45 पूर्वाह्न – 12:32 अपराह्न

  • रोहिना मुहूर्त – दोपहर 12:32 बजे – दोपहर 01:19 बजे

  • अपर्णा काल – 01:19 अपराह्न – 03:40 अपराह्न

  • सूर्योदय 06:16 पूर्वाह्न

  • सूर्यास्त 06:01 अपराह्न

पितरों को कैसे करें तृप्त?

सर्व पितृ अमावस्या पर दक्षिण की ओर मुख करके बैठें। फिर पानी में काला तिल और सफेद फूल डालकर पितरों का तर्पण करें. इसके बाद आकाश की ओर हाथ उठाकर सभी पितरों को प्रणाम करें. आप यह भी कह सकते हैं कि मैं आप सभी पितरों को अपने वचनों से तृप्त कर रहा हूं. आप सभी तृप्त हों। फिर ब्राह्मण भोजन कराएं और भोजन का कुछ भाग कौआ, कुत्ता आदि को दे दें. शाम को घर के बाहर दीपक जलाएं और पितरों को खुशीपूर्वक विदा करें.

Posted By: Shaurya Punj

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें