29.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

UP Election 2022: BJP से पहले PSP ना बढ़ा दे SP चीफ अखिलेश यादव की मुश्किलें, यहां पढ़ें खास रिपोर्ट

Advertisement

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही सियासत तेज हो गई है. वहीं, अखिलेश यादव की किसी अन्य पार्टी ने नहीं, उनके चाचा शिवपाल यादव ने टेंशन बढ़ा दी है. इसे तब और मजबूती मिली जब प्रसपा मुखिया शिवपाल यादव ने मथुरा से सामाजिक परिवर्तन यात्रा के साथ चुनावी रैलियों का आगाज कर दिया.

Audio Book

ऑडियो सुनें

UP Election 2022: तमाम अटकलों को दरकिनार करते हुए प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (Pragatisheel Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव (Shivpal yadav) ने चुनावी समर में मौजूदगी दिखा दी है. शिवपाल यादव ने ऐसा सियासी दांव चला है, जिसने समाजवादी पार्टी (SP) की मुश्किलों में इजाफा कर दिया है. अमूमन यादव और मुस्लिम वोट बैंक को समाजवादी पार्टी अपने पाले में मानती रही है. फिर चाहे 2017 हो या फिर 2012 का चुनाव, समाजवादी पार्टी ने मुस्लिम और यादव चेहरों को जमकर टिकट देकर विधानसभा चुनाव लड़वाए थे.

- Advertisement -

Also Read: UP Chunav 2022: अखिलेश यादव के स्वागत में होर्डिंग-पोस्टर से पटा कानपुर, गंगा तट से निकालेंगे विजय रथ यात्रा
सपा की राह मुश्किल करेगी प्रसपा

इस बार चाचा शिवपाल यादव की पार्टी प्रसपा ने सपा का गणित गड़बड़ाने का काम किया है. कुछ दिनों पहले तक कयास लग रहे थे कि चाचा-भतीजे का मिलन हो सकता है. उत्तर प्रदेश के नए चुनावी समीकरण गढ़े जा सकते हैं. मगर, चाचा शिवपाल यादव की वृंदावन से शुरू की गई परिवर्तन यात्रा के अपने ही अलग मायने हैं. ताजनगरी आगरा में शिवपाल उन गांवों में जनसंपर्क कर रहे हैं, जो यादव बाहुल माने जाते हैं.

प्रसपा की सक्रियता से कमल को फायदा

जनसंपर्क वाले इलाकों में वोटिंग 80 फीसदी से ऊपर रहता है. कार्यकर्ताओं के प्रति शिवपाल यादव का झुकाव और लगाव उन्हें जमीन से जोड़ने का काम करता है. अगर प्रसपा से यादव या मुस्लिम वोट जुड़ता है तो फिर इसका सीधा असर सपा पर होगा. राजनीतिक पंडितों का मानना है कि प्रसपा जितनी ज्यादा सक्रियता दिखाएगी, उसका सियासी फायदा आने वाला कल ही तय करेगा. मगर समाजवादी पार्टी के हिस्से के वोट बैंक में शिवपाल यादव की पार्टी सेंधमारी जरूर कर देगी. ऐसे में तय माना जा रहा है कि चाचा शिवपाल और भतीजे अखिलेश का अलगाव का फायदा भाजपा के लिए होगा.

Also Read: UP Chunav 2022: भतीजे अखिलेश से नहीं बनी बात तो चाचा शिवपाल यादव ने फूंका बिगुल, मथुरा से निकालेंगे रथ यात्रा
सपा और प्रसपा ने किया रैलियों का आगाज

समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने एक तरफ कानपुर से यूपी चुनाव का आगाज कर दिया है. अखिलेश यादव की विजय रथ यात्रा जाजमऊ से शुरू होकर चार जिलों में घूमते हुए कानपुर देहात में समाप्त होगी. दो दिन में यात्रा करीब 190 किलोमीटर की दूरी तय करेगी. दूसरी ओर प्रसपा मुखिया शिवपाल यादव ने कान्हा की नगरी मथुरा से सामाजिक परिवर्तन यात्रा से चुनावी रैलियों का आगाज किया है.

(रिपोर्ट: मनीष गुप्ता, आगरा)

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें