21.1 C
Ranchi
Saturday, February 8, 2025 | 11:46 am
21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Dhanteras 2021: काशी में धनतेरस पर बंटेगा मां अन्नपूर्णा का ‘खजाना’, दर्शन के लिए भक्तों की लगी भारी भीड़

Advertisement

Annapurna Mata Dhanteras 2021: धन्य धान की देवी माता अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी स्वरूप के दर्शन-पूजन के लिए मंगलवार की सुबह 4 बजे से भक्तों के लिए दर्शन का पट खुल गया है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

महादेव की नगरी काशी दुनिया के सबसे पुराने आध्यात्मिक शहर में से एक है. काशी का इतिहास 3500 वर्ष पुराना लिखित रूप में आज भी मौजूद है. यहां मां गंगा के पश्चिमी घाट पर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक काशी विश्वनाथ का मंदिर भी विराजमान है. इसी मंदिर के निकट दक्षिण दिशा में साक्षात माता अन्नपूर्णा देवी का मंदिर है.

- Advertisement -

धन्य धान की देवी माता अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी स्वरूप के दर्शन-पूजन के लिए मंगलवार की सुबह 4 बजे से भक्तों के लिए दर्शन का पट खुल गया है. माँ अन्नपूर्णा भक्तों को अन्न धन प्रदान करती है. धनतेरस के दिन माता के अनमोल खजाने को भक्तों के लिए खोला जाता है. खजाने का वितरण साल में बस एक बार धनतेरस के एक दिन ही किया जाता है.

मान्यता है कि माता के मंदिर से मिले खजाने को अपने घर मे रखा जाए तो मनुष्य को कभी धन , सुख और समृद्धि में कमी नही होती है. माता अन्नपूर्णा को पार्वती का ही स्वरुप बताया गया है. नवरात्रि में माता के 8 स्वरूप को अष्टम महागौरी के दर्शन माता अन्नपूर्णा का ही होता है. माता अन्नपूर्णा की उपासना करने से कई जन्मों से चली आ रही दरिद्रता का निवारण हो जाता है.

पौराणिक कथाओं के मुताबिक भगवान शिव जब काशी आये तो महादेव की नगरी काशी में कोई भूखा न रहे इसके लिए महादेव ने माता अन्नपूर्णा से भिक्षा मांगी थी. माता ने भिक्षा के साथ साथ ये वचन दिया की काशी में कभी कोई भूखा नही सोयेगा.

काशी के पण्डित राम नारायण त्रिवेदी बताते हैं कि इसबार क़ई संयोग एकसाथ बन रहे हैं. भव्म प्रदोष सहित धन त्रयोदशी जयंती सब तिथि एकसाथ ही है. धन्वंतरि जयंती के दिन आयुष्य और आरोग्य के देवता को पूजने का विधान है. वाराणासी में स्थित अन्नपूर्णा मन्दिर अकेला पूरे भारत में ऐसा मन्दिर है, जहाँ तीनो देवियां साथ में विराजित है. माता अन्नपूर्णेश्वरी, माता भूमि देवी, माता लक्ष्मी साथ में विराजित है.

इन तीनो देवियों का जो भी व्यक्ति साथ में दर्शन करता है. उसके जीवन में सुख -समृद्धि, धन, ऐश्वर्य में वृद्धि होती हैं। कभी भी धन धान्य की कमी नहीं रहती हैं. इसबार महासंजोग बना है. भव्म प्रदोष, वयपिनी त्रयोदशी इसबार एकसाथ योग में प्राप्त हो रही है. इस दिन माता का दर्शन करने से कर्ज से मुक्ति मिलती है.

Also Read: Dhanteras 2021 : कहीं गोल्‍ड नकली तो नहीं ? धनतेरस पर सोना खरीदने से पहले ऐसे करें पहचान

रिपोर्ट : विपिन कुमार

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें