25.1 C
Ranchi
Saturday, February 15, 2025 | 07:09 pm
25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

क्षेत्रीय दलों ने 2019-20 में अज्ञात स्रोतों से जुटाये 445.77 करोड़ रुपये, एडीआर की रिपोर्ट

Advertisement

एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि 95.61 प्रतिशत या 426.23 करोड़ रुपये चुनावी बांड से आये और क्षेत्रीय दलों ने स्वैच्छिक योगदान से 4.97 करोड़ रुपये एकत्र किये.

Audio Book

ऑडियो सुनें

नयी दिल्ली: क्षेत्रीय दलों ने वर्ष 2019-20 में अज्ञात स्रोतों से 445.77 करोड़ रुपये जुटाये, जो उनकी कुल आय का 55.50 प्रतिशत है. चुनाव सुधारों के लिए काम करने वाले संगठन एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने एक नयी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है.

एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि इसमें से 95.61 प्रतिशत या 426.23 करोड़ रुपये चुनावी बांड से आये और क्षेत्रीय दलों ने स्वैच्छिक योगदान से 4.97 करोड़ रुपये एकत्र किये.

रिपोर्ट में कहा गया है, ‘निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के पास दाखिल दलों के आयकर रिटर्न और चंदे के विवरण के विश्लेषण से पता चलता है कि स्रोत काफी हद तक अज्ञात हैं. वर्तमान में, राजनीतिक दलों को 20,000 रुपये से कम देने वाले लोगों या संगठनों के नाम का खुलासा करने की आवश्यकता नहीं है. परिणामस्वरूप, धन के एक बड़े हिस्से के स्रोत का पता नहीं लगाया जा सकता है और ये धन ‘अज्ञात’ स्रोतों से हैं.’

Also Read: एडीआर की रिपोर्ट : व्यापारिक घरानों से भाजपा काे मिला 900 करोड़ रुपये का चंदा

एडीआर ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप), इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) की योगदान रिपोर्ट वेबसाइट पर उपलब्ध है, लेकिन इन दलों के चंदे के आंकड़े वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए उनकी वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट तथा योगदान रिपोर्ट (20,000 रुपये से अधिक का चंदा) में घोषित विसंगतियों को दर्शाते हैं.

एडीआर ने कहा कि आम आदमी पार्टी, आईयूएमएल और लोजपा द्वारा अपनी ऑडिट रिपोर्ट में घोषित कुल योगदान की राशि उनके द्वारा घोषित कुल चंदा (केवल 20,000 रुपये से अधिक) की राशि से क्रमश: 6.10 करोड़ रुपये, 31.20 लाख रुपये और 4.16 लाख रुपये से कम है.

रिपोर्ट में कहा गया, ‘वित्तीय वर्ष 2019-20 के दौरान, अज्ञात स्रोतों से क्षेत्रीय दलों की कुल आय 445.77 करोड़ रुपये थी और उनकी कुल आय का 55.50 प्रतिशत थी, जैसा कि उनकी ऑडिट रिपोर्ट में घोषित किया गया.’

सबसे ज्यादा अज्ञात आय इन पार्टियों की

सर्वाधिक अज्ञात आय घोषित करने वाले कुछ शीर्ष क्षेत्रीय दलों में तेलंगाना राष्ट्र समिति (89.158 करोड़ रुपये), तेलुगु देशम पार्टी (81.69 करोड़ रुपये), युवजन श्रमिक रायथु कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसी) (74.75 करोड़ रुपये), बीजू जनता दल (50.58 करोड़ रुपये) और द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (डीएमके) (45.50 करोड़ रुपये) शामिल हैं.

Also Read: भाजपा की कुल संपत्ति 1483 करोड़, कांग्रेस की संपत्ति में आयी भारी कमी : एडीआर

एडीआर ने कहा कि ज्ञात चंदा दाताओं से राजनीतिक दलों की कुल आय (निर्वाचन आयोग को दलों द्वारा प्रस्तुत योगदान रिपोर्ट से उपलब्ध चंदा दाताओं का विवरण) 184.62 करोड़ रुपये है, जो इन दलों की कुल आय का 22.98 प्रतिशत है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अन्य ज्ञात स्रोतों (सदस्यता शुल्क, बैंक ब्याज, प्रचार सामग्री की बिक्री, पार्टी शुल्क आदि) से राजनीतिक दलों को 172.84 करोड़ रुपये की आय हुई, जो कुल आय का 21.52 प्रतिशत है.

एजेंसी इनपुट के साथ

Posted By: Mithilesh Jha

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें