28.1 C
Ranchi
Wednesday, February 12, 2025 | 05:12 pm
28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने किया देवस्थानम बोर्ड को भंग, लंबे समय से उठ रही थी मांग

Advertisement

देवस्थानम बोर्ड को लेकर एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाई गई थी. कमेटी ने अपनी रिपोर्ट दे दी है. जिस पर हमने विचार करते हुए फैसला किया है कि हम इस अधिनियम को वापस ले रहे हैं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Devasthanam Board News: उत्तराखंड से एक बड़ी खबर है. प्रदेश की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने देवस्थानम बोर्ड को भंग कर दिया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देवस्थानम बोर्ड को भंग किया है. उन्होंने कहा है कि प्रदेश सरकार ने चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड विधेयक वापस लेने का फैसला किया है. गौरतलब है कि दो साल पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार ने बोर्ड का गठन किया था.

उत्तराखंड के सीएम धामी ने कहा कि, मनोहर कांत ध्यानी के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाई थी. उस कमेटी ने भी अपनी रिपोर्ट दी है. जिस पर हमने विचार करते हुए निर्णय लिया है कि हम इस अधिनियम को वापस ले रहे हैं. आगे चल कर हम सभी से बात करते जो भी उत्तराखंड राज्य के हित में होगा उस पर कार्रवाई करेंगे.

गौरतलब है कि, देवस्थानम बोर्ड का गठन उत्तराखंड के चार धाम केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री से जुड़े 51 मंदिरों की देखरेख करता है. लेकिन इसके गठन के बाद से ही मंदिरों के पुरोहित इसका विरोध कर रहे थे. चार धामों के तीर्थ पुरोहित ने इसके खिलाफ जमकर आंदोलन किया था, लेकिन लेकिन त्रिवेंद सरकार अपने पैसले पर अड़ी रही.

बता दें, 27 नवंबर 2019 को उत्तराखंड में चारधाम देवस्थानम प्रबंधन विधेयक को मंजूरी मिली थी. फिर जनवरी 2020 को विधेयक को राजभवन ने मंजूरी दे दी. इसके बाद से देवस्थानम बोर्ड के विरोध में पुरोहितों ने धरना. इसके बाद पुरोहित लगातार बोर्ड के विरोध में आंदोलन करते रहे. फिर नवंबर 2021 को तीर्थ पुरोहितों ने विरोध में आक्रोश रैली निकाली.

गौरतलब है कि कि, विपक्षी पार्टी कांग्रेस इस मुद्दे को खूब उछाल रही था. चुनाव प्रभारी हरीश रावत ने भी साफ कर दिया था कि अगर पार्टी सत्ता में आती है तो बोर्ड को खत्म कर दिया जाएगा. उधर, चार धाम के पुरोहितों ने भी सत्ताधारी बीजेपी के खिलाफ प्रचार अभियान तेज कर दिया था. पुरोहितों ने 15 उम्मीदवार खड़ा करने की भी बात कर रहे थे.

Posted by: Pritish Sahay

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें