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बिहार के विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार का पोल खोलने वाले कुलपति प्रो. कुद्दुस ने राज्यपाल को भेजा इस्तीफा

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मौलाना मजहरूल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मो. कुद्दुस ने अपना इस्तीफा कुलाधिपति सह राज्यपाल को भेज दिया है.

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बिहार के मौलाना मजहरूल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मो. कुद्दुस ने आज शुक्रवार को अपना इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कुलाधिपति सह राज्यपाल को अपना इस्तीफा भेजा है. कापी खरीद एवं सुरक्षा एजेंसी की नियुक्ति के मामले में वित्तीय अनियमितता बरतने के आरोप समेत कई अन्य गंभीर आरोप प्रो. कुद्दुस ने विवि के तत्कालीन प्रभारी कुलपति प्रो. एसपी सिंह पर लगाया था.

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प्रो. कुद्दुस के द्वारा लगाये गये गंभीर आरोपों के बाद बिहार में विश्विद्यालयों में बड़े स्तर पर हो रहे धांधली का मामला सामने आया था. उन्होंने सीएम नीतीश कुमार को जब इसकी शिकायत की तो खुद मुख्यमंत्री ने भी इसकी जांच के लिए राज्यपाल से अनुरोध किया था. प्रो. कुद्दुस ने आरोप लगाया था कि उनके कुलपति बनने के बाद वित्तीय अनियमितता पर शिकंजा कसा गया तो यूनिवर्सिटी के ही कई पदधारकों ने इसमें असहोयगात्मक रवैया अपनाया.

बता दें कि प्रो. कुद्दुस ने करोड़ों रुपए के वित्तिय घोटाले का जिक्र करते हुए कुलाधिपति और मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था. पूर्ववर्ती कुलपति मोहम्मद एजाज अहमद पर उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्होंने बिना वित्तीय स्वीकृति के विश्वविद्यालय में 40 लोगों को नौकरी पर रख लिया. इसके साथ ही उन्होंने राशि को भी डायवर्ट कर वेतन मद में छह करोड़ रुपए निकालने का काम किया है. वहीं छह प्रतिशत अधिक देकर कुलपति ने ऑउटसोर्सिंग पर गार्ड रख लिए. कॉपी की छपाई की कीमत भी 07 रुपया से बढ़ाकर 16 रुपया कर दिया. ऐसे कई आरोप उन्होंने लगाए थे.

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गौरतलब है कि मिथिला विवि के कुलपति प्रो. एसपी सिंह ने एमएम हक अरबी-फारसी विवि के कुलपति प्रो. कुद्दुस के खिलाफ मानहानि का दावा कर दिया था. प्रो सिंह के वकील ने प्रो. कुद्दुस को 5.10 करोड़ के मानहानि का नोटिस भेजा था. वहीं प्रो. कुद्दुस ने आरोप लगाया था कि सारे मामले सामने आने के बाद भी भ्रष्टाचारियों पर कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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