31.2 C
Ranchi
Wednesday, February 5, 2025 | 04:27 pm
31.2 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Jharkhand news: गुमला के दिव्यांग गजेंद्र सिंह आज भी पेंशन के लिए मोहताज, भीख मांगकर गुजर-बसर करने को मजबूर

Advertisement

jharkhand news: गुमला के गजेंद्र सिंह दिव्यांग हैं. अंगुली नहीं रहने से आधार कार्ड नहीं बन रहा है. भीख मांगकर 70 वर्षीय गजेंद्र गुजर-बसर कर रहे हैं. पेंशन भी नहीं मिलता है. किसी का ध्यान इस ओर नहीं जा रहा है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Jharkhand news: दोनों हाथ व पैर से नि:शक्त 70 वर्षीय गजेंद्र सिंह को अब तक विकलांग सर्टिफिकेट नहीं बना है. जिससे वह विकलांग पेंशन से वंचित हैं. जिंदा रहने के लिए गजेंद्र गुमला की शहरों में घूम-घूमकर भीख मांगते हैं. भीख में जो कुछ मदद मिल जाती है. उसी से घर का चूल्हा जलता है. गजेंद्र की बेबसी भीख मांगने तक ही सीमित नहीं है. वह हर दिन 25 किमी की दूरी तय कर घाघरा प्रखंड के अरंगी गांव से गुमला शहर भीख मांगने आता है.

- Advertisement -

हालांकि, घाघरा छोटा बाजार है. गजेंद्र को ज्यादा मदद नहीं मिल पाती. इसलिए वह गुमला आ जाता है. गजेंद्र का विकलांग प्रमाण पत्र नहीं बनने के पीछे आधार कार्ड के नियम का पेंच है. बीमारी के कारण गजेंद्र को अपनी अंगुली कटवानी पड़ी. अब अंगुली नहीं है, तो उसका आधार कार्ड नहीं बन रहा. जिससे वह सरकारी लाभ से वंचित है.

बीमारी से हाथ व पैर की अंगुली काटनी पड़ी

गजेंद्र ने बताया कि 15 वर्ष पहले बीमारी के कारण उसका हाथ और पैर खराब हो गया. जिस कारण उसे अपना हाथ और पैर की उंगली कटवाना पड़ा. जिसके बाद से वह भीख मांगकर अपना व अपनी वृद्ध पत्नी की जीविका चला रहा है. गजेंद्र ने बताया कि उसे सरकारी सुविधा के नाम पर राशन के अलावा कुछ नहीं मिल रहा है. वह पेंशन की आस में विकलांग सर्टिफिकेट बनवाने के लिए कई बार ब्लॉक का चक्कर लगाया. लेकिन, उसका आधार कार्ड नहीं बन पाया. जिस कारण उसे किसी प्रकार की सुविधा नहीं मिल पा रही है.

Also Read: Jharkhand news: गुमला के गढ़टोली पहाड़ में चंगाई के बहाने किया जा रहा था धर्मांतरण, हिंदू संगठन ने कराया बंद

इस मामले में घाघरा प्रखंड के अरंगी पंचायत की मुखिया मंगलमुनी उरांव ने कहा कि आधार कार्ड का नियम शुरू होने से पहले इनको विकलांग पेंशन मिलता था. लेकिन, आधार आने के बाद से इनका पेंशन बंद है. मैंने काफी प्रयास किया. परंतु नहीं बन पाया. चूंकि अंगुली कट गयी है. इस कारण आधार कार्ड नहीं बन पा रहा है.

रिपोर्ट: अंकित/अजीत, घाघरा, गुमला.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें