25.1 C
Ranchi
Sunday, February 23, 2025 | 07:50 pm
25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

गंगासागर मेला निगरानी समिति से भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी आउट, कलकत्ता हाईकोर्ट ने किया कमेटी का पुनर्गठन

Advertisement

कलकत्ता हाईकोर्ट ने गंगासागर मेला निगरानी समिति से बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को बाहर कर दिया है. तृणमूल कांग्रेस ने जतायी थी आपत्ति. जानें क्या है पूरा मामला...

Audio Book

ऑडियो सुनें

कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal News) के दक्षिण 24 परगना जिला (South 24 Pargana District) स्थित सागर द्वीप में हर साल मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के दिन लगने वाले गंगासागर मेला (Gangasagar Mela) की निगरानी के लिए बनी समिति से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) को बाहर कर दिया गया है. कलकत्ता हाईकोर्ट ने पिछले दिनों कोरोना काल में मेला की निगरानी के लिए एक समिति बनायी थी, जिसमें बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी को भी शामिल किया गया था.

कलकत्ता हाईकोर्ट (Calcutta High Court) ने सागर द्वीप (Sagar Dweep) में गंगासागर मेले में कोविड-19 संबंधी पाबंदियों के अनुपालन की निगरानी के लिए 7 जनवरी को तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था. इसमें नेता प्रतिपक्ष को भी शामिल किया था. लेकिन, मंगलवार को तीन-सदस्यीय समिति का पुनर्गठन करते हुए राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को इससे बाहर कर दिया है. सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस की आपत्ति पर हाईकोर्ट ने ऐसा किया है.

तृणमूल कांग्रेस नीत पश्चिम बंगाल सरकार ने भारतीय जनता पार्टी के नेता सुवेंदु अधिकारी को समिति में शामिल करने पर आपत्ति जतायी थी. कलकत्ता हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस प्रकाश श्रीवास्तव और जस्टिस केडी भूटिया की खंडपीठ ने इसे दो सदस्यीय समिति के रूप में पुनर्गठित कर दिया, जिसमें पूर्व जज जस्टिस संपति चटर्जी और पश्चिम बंगाल विधि सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव को मेला की निगरानी की जिम्मेदारी दी गयी है.

Also Read: Gangasagar Mela Latest Updates: गंगासागर मेला में कलकत्ता हाईकोर्ट ने लगायी कौन-कौन सी शर्तें? यहां पढ़ें

इस साल के गंगासागर मेला पर रोक लगाने के लिए दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए, हाईकोर्ट ने पहले एक समिति बनायी थी, जिसमें विपक्ष के नेता, राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष और राज्य के एक प्रतिनिधि शामिल थे. महाधिवक्ता एसएन मुखर्जी ने कोर्ट को सूचित किया कि राज्य मानवाधिकार आयोग का पद खाली है और विपक्ष के नेता को शामिल करने से पैनल को राजनीतिक रंग मिल जायेगा.

इस पर खंडपीठ ने कहा, ‘आवेदकों या राज्य के मन में किसी भी तरह की गलतफहमी से बचने के लिए हमने गंगासागर द्वीप पर मौके पर स्थिति की समीक्षा करने के लिए इस कोर्ट (कलकत्ता हाईकोर्ट) के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में समिति का पुनर्गठन करना उचित समझा.’ इससे पहले, पीठ ने 8 से 16 जनवरी के बीच तीर्थयात्रियों को गंगासागर मेला में जाने की अनुमति देते हुए निर्देश दिया था कि पूरे सागर द्वीप को एक अधिसूचित क्षेत्र घोषित किया जाये.

गंगासागर मेला के लिए कोर्ट ने दिये हैं सख्त निर्देश

  • गंगासागर मेला के दौरान पूरे सागर द्वीप को अधिसूचित क्षेत्र घोषित किया जाये.

  • सुनिश्चित करें कि मेला में आने वाले सभी लोगों ने कोविड-19 रोधी टीकों की दोनों खुराक ले रखी हो.

  • कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने से 72 घंटे पहले की ‘आरटीपीसीआर’ जांच रिपोर्ट हो.

  • संक्रमित लोगों को मेला में जाने की अनुमति किसी भी सूरत में न दी जाये.

  • सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टैंसिंग) बनाये रखने के लिए भीड़ को सख्ती से नियंत्रित किया जाये.

Also Read: गंगासागर में श्रद्धालु नहीं कर पायेंगे पुण्य स्नान! सागर मेला पर रोक लगाने की कलकत्ता हाईकोर्ट से गुहार
सागर द्वीप अधिसूचित क्षेत्र क्यों?

कलकत्ता हाईकोर्ट ने सागर द्वीप को अधिसूचित क्षेत्र घोषित करने का निर्देश दिया था, ताकि सागर द्वीप को अधिसूचित क्षेत्र के रूप में घोषित करने से राज्य सरकार को आवश्यकतानुसार तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य और कल्याण की सुरक्षा के लिए उपाय करने का अधिकार मिलेगा.

Posted By: Mithilesh Jha

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें