25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

बप्पी लहरी: अमिताभ के पग में बांधा घुंघरू तो मिथुन को बनाया डिस्को डांसर, कभी छोड़ना चाहते थे इंडस्ट्री

Advertisement

बप्पी दा महज 17 साल की उम्र से ही संगीतकार बनना चाहते थे और उनकी प्रेरणा के स्रोत एसडी बर्मन थे. बप्पी दा तीन साल की उम्र से ही तबला बजाना शुरू कर दिया था. किशोरावस्था में ही बप्पी दा एसडी बर्मन के गानों को सुना करते थे.

Audio Book

ऑडियो सुनें

मुंबई : बॉलीवुड के लिजेंड्री सिंगर और भारतीय संगीत में पॉप सॉन्ग लाने वाले बप्पी लहरी उर्फ ‘बप्पी दा’ का बुधवार की सुबह मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया. पश्चिम बंगाल की जलपाईगुड़ी में 27 नवंबर 1952 को जन्मे बप्पी लहरी का पूरा नाम अलोकेश लहरी था. उन्होंने अपने करीब 48 साल के करियर में 500 से अधिक फिल्मों में 5000 से अधिक गीतों में संगीत दिए. इतना ही नहीं, सदी के महानायक और बॉलीवुड के सुपर स्टार अमिताभ बच्चन के पैरों में घुंघरू बांधकर (नमक हलाल : पग घुंघरू बांध मीरा नाची थी) फिल्मी जगत में सातवें आसमान पर पहुंचा दिया तो बॉलीवुड के एक अन्य सुपर स्टार मिथुन चक्रवर्ती को ‘डिस्को डांसर’ बनाने में भी अपनी अहम भूमिका निभाई.

- Advertisement -

फिल्मी संगीत में मील का पत्थर साबित हुआ ‘पग घुंघरू’

बॉलीवुड के सुपर स्टार और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘नमक हलाल’ के गीत ‘पग घुंघरू बांध मीरा नाची’ को लेकर खुद बप्पी दा भी कहा करते थे कि उनके करियर में इस गाने का संगीत सबसे बेहतरीन है. तकरीबन आठ मिनट के इस गाने में उन्होंने जो संगीत दिया, वह सही मायने में बॉलीवुड के फिल्मी संगीत के क्षेत्र में एक ‘मील का पत्थर’ साबित हुआ. इस गाने में अमिताभ बच्चन की भूमिका, किशोर कुमार (किशोर दा) की आवाज और बप्पी दा के संगीत ने आज भी धूम मचाते हैं.

किशोर दा के जाने के बाद छोड़ना चाहते थे बॉलीवुड

13 अक्टूबर 1987 को जब बॉलीवुड के ‘मुनी दादा’ यानी अशोक कुमार के छोटे भाई और हरफनमौला पार्श्व गायक किशोर कुमार का निधन हुआ था, तब बप्पी लहरी काफी दुखी थे. उस समय वे बॉलीवुड ही छोड़ देना चाहते थे, क्योंकि वे किशोर कुमार को ‘किशोर मामा’ कहा करते थे और उनकी जोड़ी ने बॉलीवुड में कई सुपरहिट गाने दिए.

गीत गाने के शौकीन थे बप्पी दा

बप्पी दा खुद भी गीत गाने के शौकीन थे. मिथुन चक्रवर्ती का ‘डिस्को डांसर’ उनके फिल्मी करियर का सबसे बेहतरीन माना जाता है. जब कभी किसी प्रोग्राम में बप्पी दा से गाने के लिए कहा जाता था तो वे ‘याद आ रहा है तेरा प्यार’ और ‘आईएम एक डिस्को डांसर’ जरूर गाते थे.

17 साल की उम्र से ही संगीतकार बनना चाहते थे बप्पी दा

बप्पी दा महज 17 साल की उम्र से ही संगीतकार बनना चाहते थे और उनकी प्रेरणा के स्रोत एसडी बर्मन थे. बप्पी दा तीन साल की उम्र से ही तबला बजाना शुरू कर दिया था. किशोरावस्था में ही बप्पी दा एसडी बर्मन के गानों को सुना करते थे. सबसे बड़ी बात यह है कि वे केवल एसडी बर्मन के गानों को सुना ही नहीं करते थे, बल्कि उस पर रियाज भी किया करते थे. जिस दौर में लोग रोमांटिक गाने सुनना पसंद करते थे, उस जमाने में बप्पी दा ने बॉलीवुड में ‘डिस्को डांस’ जैसी फिल्मों में पॉप सॉन्ग को इंट्रोड्यूस किया था.

Also Read: Bappi Lahiri: संगीतकार बप्पी लहरी का निधन, मुंबई के अस्पताल में ली अंतिम सांस
बंगाली फिल्म दादू में मिला पहला मौका

बप्पी दा को अपने फिल्मी करियर में सबसे पहले एक बंगाली फिल्म, दादू (1972) और पहली हिंदी फिल्म नन्हा शिकारी (1973) में मौका मिला. इसके लिए उन्होंने संगीत दिया था. जिस फिल्म ने उन्हें बॉलीवुड में स्थापित किया, वह ताहिर हुसैन की हिंदी फिल्म जख़्मी (1975) थी. इस फिल्म में उन्होंने संगीत देने के साथ ही गाने भी गाए थे.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें