27 C
Ranchi
Tuesday, April 22, 2025 | 06:32 am

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Purnia: गर्भ में पल रहे जिंदा शिशु को डॉक्टर ने मृत बताकर खिला दी गर्भपात की दवाइयां, जानें पूरा मामला

Advertisement

पूर्णिया में गर्भ में पल रहे जिंदा शिशु को एक डॉक्टर ने मृत बताकर गर्भपात की दवाइयां खिला दी. मामला तब प्रकाश में आया जब महिला का पति मामले की शिकायत करने जेएमसीएच के अधीक्षक के पास पहुंचा. अस्पताल अधीक्षक डॉ विजय कुमार ने मामले की जांच का निर्देश दिया.

Audio Book

ऑडियो सुनें

पूर्णिया. गर्भ में पल रहे साढ़े तीन महीने के शिशु को चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया. अल्ट्रासाउंड कराने पर शिशु जीवित पाया गया. शनिवार को यह मामला तब प्रकाश में आया जब महिला का पति मामले की शिकायत करने जेएमसीएच के अधीक्षक के पास पहुंचा. अस्पताल अधीक्षक डॉ विजय कुमार ने मामले की जांच का निर्देश दिया. उन्होंने बताया कि दोषी पाये जाने पर कार्रवाई की जायेगी. स्थानीय श्रीनगर हाता के रहनेवाले कुमार साहब की पत्नी ज्योति झा को शुक्रवार की सुबह अचानक रक्त स्राव होने लगा. वह साढ़े तीन माह की गर्भवती है.

अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट आने पर हुआ खुलासा

आनन-फानन में पति ने पत्नी को जेएमसीएच के कंगारू केयर सेंटर में भर्ती कराया. ड्यूटी कर रही नर्स ने रक्त स्राव रोकने के लिए इंजेक्शन दिया. बाद में 11.30 बजे अस्पताल के डॉक्टर पहुंचे. पति ने बताया कि बगैर जांच किये उन्होंने स्पष्ट कह दिया कि महिला के पेट में पल रहा बच्चा मर चुका है. महिला की जान बचाने के लिए गर्भपात कराना होगा. इसके बाद गर्भपात कराने के लिए दवाइयां दी जाने लगी. शाम को जब शिफ्ट बदला, तो दूसरी नर्स ने गर्भपात कराने से पहले महिला का अल्ट्रासाउंड और रिपोर्ट लेकर आने को कहा.

डॉक्टर की लापरवाही

महिला का अल्ट्रासाउंड अस्पताल से बाहर निजी संस्थान में कराया गया. अल्ट्रासाउंड में बताया गया कि महिला के पेट में बच्चा जीवित है. यह सुनते ही वे दंग रह गये और राजकीय अस्पताल से बाहर निजी नर्सिंग होम में इलाज के लिए पत्नी को भर्ती कराया, जहां चिकित्सक द्वारा बताया गया कि गर्भपात कराने के लिए जो दवाइयां दी गयी इससे महिला के गर्भाशय का पानी सूख गया है. पति ने बताया कि डॉक्टर की लापरवाही की वजह से उनकी पत्नी की जान भी खतरे में पड़ गयी है.

मामले की शिकायत

मामले की शिकायत करने जब वे सिविल सर्जन कार्यालय पहुंचे तो वहां प्रभार में मौजूद डॉक्टर साबिर ने बताया कि जब से सदर अस्पताल मेडिकल कॉलेज में बदला गया है, तब से अस्पताल की जिम्मेवारी अधीक्षक के अधीन हो गयी है. इसके बाद मामले की शिकायत करने अधीक्षक के पास गये. उन्होंने बताया कि गर्भपात की दवाई चलाने से बच्चा और जच्चा के शरीर पर गलत असर पड़ेगा. डॉक्टर की लापरवाही की वजह से बच्चे के साथ-साथ उनकी पत्नी की भी जान खतरे में पड़ गयी है.

[quiz_generator]

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snaps News reels