17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Aligarh News: दो साल बाद शुरू हुआ पशुओं का खुरपका-मुंहपका टीकाकरण, ऐसे करें बीमारी से बचाव

Advertisement

वरिष्ठ पशु शल्य चिकित्सक डॉक्टर विराम वार्ष्णेय ने प्रभात खबर को बताया कि खुरपका और मुंहपका जैसे रोगों का पता लगते ही उस पशु को अन्य पशुओं से अलग आइसोलेटेड कर देना चाहिए. दूध निकालने वाले व्यक्ति को हाथ और मुंह साबुन से धोने चाहिए.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Aligarh News: दो साल से पशुओं को खुरपका- मुंहपका जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण नहीं हो सका था. अब टीके आने से टीकाकरण शुरू हो गया है.

- Advertisement -

आए पशुओं के टीके, शुरू हुआ टीकाकरण 

दो साल के लंबे इंतजार के बाद पशुओं के टीके आ गए हैं. लोधा ब्लॉक में ब्लॉक प्रमुख ठाकुर हरेन्द्र सिंह ने खुरपका- मुंहपका के बचाव के लिए टीकाकरण अभियान का शुभारम्भ विकास खण्ड परिसर से विभिन्न टीमों को हरी झंडी दिखाकर किया. टीकाकरण में खण्ड विकास अधिकारी राजीव कुमार वर्मा, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, सदर डॉ. रमेश, ठाकुर बच्चू सिंह, प्रधान, ग्राम प्रधान बादवामनी डॉ ओमवीर सिंह, ग्राम प्रधान करीलिया हरेन्द्र शर्मा, ग्राम प्रधान करसुआ, पशुधन प्रसार अधिकारी उपस्थित रहे.

Also Read: Aligarh News: पशुपालकों को सता रहा मुंहपका और खुरपका बीमारी का डर, इस तरह करें बचाव
2020 में हुआ था पशुओं का टीकाकरण

दो साल पहले 2020 में अलीगढ़ के 12 लाख पशुओं को खुरपका-मुंहपका जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण हुआ था. फिर कोरोना की पहली, दूसरी, तीसरी लहर के चलते लोगों के टीकाकरण के चक्कर में पशुओं को टीके की सुरक्षा नहीं मिल पाई थी.

Also Read: Aligarh News: घरों की छतों पर कांग्रेस नेता लगाएंगे लाउडस्पीकर, बजाएंगे महंगाई और बेरोजगारी से जुड़े गाने
पशुओं का साल में दो बार होता है टीकाकरण

पशुओं को खुरपका और मुंहपका जैसी बीमारियों से बचाने के लिए साथ में दो बार यानी 6-6 माह पर टीकाकरण कराया जाता है. इस टीके की रोग प्रतिरोधक क्षमता 6 माह की है. 4 माह तक के गाय और भैंस के बच्चे को टीका नहीं लगाया जाता. आठ माह से अधिक गर्भवती गाय और भैंस को भी टीका नहीं लगाया जाता है.

यह है खुरपका-मुंहपका बीमारी

पशुओं में खुरपका और मुंहपका बीमारी अधिकतर देखी जाती है. खुर यानी पशु के नाखून में घाव हो जाना और मुंह में सूजन आ जाना ही खुरपका और मुंहपका बीमारी कहलाती है. पशु के जीभ और तलवे में छाले हो जाते हैं. छाले घाव में बदल जाते हैं. पशु भोजन करना और जुगाली करना बंद कर देते हैं. मुंह से लगातार लार टपकती रहती है.

ऐसे करें बीमारी से बचाव

वरिष्ठ पशु शल्य चिकित्सक डॉक्टर विराम वार्ष्णेय ने प्रभात खबर को बताया कि खुरपका और मुंहपका जैसे रोगों का पता लगते ही उस पशु को अन्य पशुओं से अलग आइसोलेटेड कर देना चाहिए. दूध निकालने वाले व्यक्ति को हाथ और मुंह साबुन से धोने चाहिए. पशु को दिख रहे हैं. लक्षण के हिसाब से तुरंत पशु चिकित्सक को दिखाना चाहिए.

रिपोर्ट- चमन शर्मा

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें