16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

सालखन मुर्मू ने की नया झारखंड बनाने की अपील, कहा- 90 फीसदी रोजगार ग्रामीणों को देना होगा

Advertisement

आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने नया झारखंड बनाने की अपील की है. कहा है कि झारखंड में 90 फीसदी रोजगार ग्रामीण इलाके के लोगों को मिलना चाहिए.

Audio Book

ऑडियो सुनें

रांची: आदिवासी सेंगेल अभियान (Adivasi Sengel Abhiyan) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद सालखन मुर्मू (Salkhan Murmu) ने नया झारखंड बनाने की अपील की है. कहा है कि झारखंड में 90 फीसदी रोजगार ग्रामीण इलाके के लोगों को मिलना चाहिए. उन्होंने कहा है कि झारखंड में राजनीतिक हलचल तेज है. झारखंड की स्थापना के 22 वर्षों में कई बार सत्ता परिवर्तन हुआ. आगे भी होगा, लेकिन क्या झारखंड के लोगों की आकांक्षाएं पूरी हुईं? नहीं.

- Advertisement -

आदिवासी-मूलवासी के जीवन में नहीं आया बदलाव

सालखन मुर्मू ने रविवार को एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि आदिवासी-मूलवासी के जीवन में इन 22 सालों में कोई परिवर्तन हो सका. झारखंड में जो भी हो रहा है, वह ‘अबुआ दिसुम-अबुआ राज’ के खिलाफ हो रहा है. ऐसे में क्या झारखंड की जनता पार्टियों/नेताओं को कोसने की बजाय कुछ मुद्दों पर चिंतन मंथन करें, ताकि नया झारखंड बनाने का सपना साकार हो.

झारखंडी रोजगार नीति

सालखन मुर्मू ने कहा है कि झारखंड की सभी सरकारी/गैर सरकारी नौकरियों का 90 फीसदी हिस्सा ग्रामीण क्षेत्रों को आवंटित किया जाये. फिर उसको प्रखंडवार कोटा बनाकर केवल प्रखंड के आवेदकों से भरा जाये. इसे तुरंत किया जाना चाहिए.

Also Read: रांची : सालखन मुर्मू ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र, कहा- नागरिकता से भी वंचित हो जायेंगे झारखंडी आदिवासी

झारखंडी भाषा नीति

झारखंड की 5 आदिवासी भाषाएं और 4 मूलवासी भाषाएं ही झारखंडी भाषाएं हैं. इनको समृद्ध किया जाये. बिरसा मुंडा के जन्मदिन पर स्थापित झारखंड प्रदेश एक आदिवासी प्रदेश है. इसलिए अविलंब एक आदिवासी भाषा को झारखंड की प्रथम राजभाषा का दर्जा देना चाहिए. आठवीं अनुसूची में शामिल एकमात्र झारखंडी भाषा- संताली भाषा को प्रथम राजभाषा का दर्जा दिया जा सकता है.

झारखंडी स्थानीयता नीति

झारखंड और वृहद झारखंड की मांग खतियान आधारित नहीं था. अब भी नहीं है. झारखंड के पड़ोसी राज्यों बिहार, बंगाल, ओड़िशा से अलग राजकीय स्वायत्तता (ऑटोनॉमी) के साथ झारखंड को अग्रसर करने का एक सपना था. झारखंड की मांग करने वाले आदिवासी-मूलवासी (झारखंडी) को स्थापित करना ही झारखंड की स्थानीय नीति बनाने का मूल लक्ष्य हो सकता है. अर्थात् आदिवासी-मूलवासी ही झारखंडी हैं, स्थानीय हैं.

Also Read: आदिवासी सेंगेल अभियान का राजभवन के समक्ष सत्याग्रह, रखी मांग, सीएनटी एक्ट में संशोधन को निरस्त करें राज्यपाल

जन आंदोलन की तैयारी

आदिवासी सेंगेल अभियान के प्रमुख सालखन मुर्मू ने झारखंड की जनता से अपील की है कि उपरोक्त नीतियों पर चिंतन-मंथन कर एक आम सहमति बनायी जाये. अगर इससे भी बेहतर कोई नीति-सूत्र बन सके, तो उत्तम है. फिर जन आंदोलन की रणनीति बनाकर अनुशासन के साथ कदम बढ़ाया जाये.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें